राज्य सरकार पशुओं एवं पशुपालकों के हितों के लिए लगातार नई योजनाएं लागू करने के साथ ही पशुओं में होने वाले विभिन्न रोगों के प्रति सतर्क है। पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं में होने वाले रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण पर सतत निगरानी रख त्वरित कार्यवाही की जा रही है।
गोवंशीय पशुओं में होने वाले लम्पी रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए पशुपालन विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल के निर्देशन में टीकाकरण अभियान की शुरुआत शनिवार को बहु उद्देशीय पशु चिकित्सालय, हिंगोनिया जयपुर से की गई।
लंपी टीकाकरण अभियान की हुई शुरुआत
इस मौके पर शासन सचिव कुणाल ने कहा कि पशुओं एवं पशुपालकों का हित राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसके मद्देनजर प्रदेश में गोवंशीय पशुओं में संभावित लम्पी रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण की त्वरित कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने कहा कि शनिवार से सम्पूर्ण प्रदेश में लम्पी टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है, जिसके तहत राज्य के सभी गोवंशीय पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा, ताकि रोग की प्रभावी रोकथाम हो सकें।
सबके सहयोग से संभव करेंगे रोगमुक्त पशुपालन
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की रोगमुक्त एवं उन्नत पशुपालन की संकल्पना को साकार करने की दिशा में अन्य विभागों जैसे आरसीडीएफ, गोपालन विभाग, आयुष विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, स्वायत्त शासन विभाग, राजस्व विभाग, गृह विभाग एवं जिला व ब्लॉक स्तरीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर लंपी रोग की रोकथाम की कार्यवाही की जा रही है। जिसके तहत पशुपालकों को रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण के घरेलू उपायों से भी अवगत कराकर जागरूक किया जा रहा है।
1 करोड़ 39 लाख पशुओं का किया जाएगा टीकाकरण
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. भवानी सिंह राठौड़ ने टीकाकरण अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि आगामी दिनों में राज्य में कुल 1 करोड़ 39 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा। उन्होंने बताया की प्रदेश के समस्त ज़िलों में आवश्यकतानुसार टीके पहुंचा कर टीकाकरण के आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए है।
लक्षण दिखे तो नजदीकी चिकित्सा केंद्र से करें संपर्क
अतिरिक्त निदेशक ख़ुशी राम मीणा ने पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि यदि गौवंशीय या अन्य किसी पशु में लम्पी के प्राम्भिक लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र से संपर्क करें।
विभाग ने जारी किया दूरभाष नंबर
लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम, नियंत्रण एवं समबन्धित कार्यों के लिए राज्य स्तर एवं समस्त ज़िलों में नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है। पशुपालन निदेशालय स्तर पर दूरभाष नंबर 0141-2743089 पर प्रातः 9ः30 बजे से सांय 6ः00 बजे तक सम्पर्क किया जा सकेगा।