जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : युवाओं के दिलों में बसने वाले स्वामी विवेकानंद पर पीएचडी व देश-विदेश में शोध कार्य करने के साथ-साथ विवेकानंद के सबसे बडे़ प्रचारक बने भीमसर गांव के युवा लेखक व चिन्तक डॉ. जुल्फिकार ने जन चेतना संदेश कार्यक्रम में अजमेर से आये शिक्षाविद् व वरिष्ठ प्रचारक हनुमान सिंह राठौड़ को अपनी पुस्तक ‘ रामकृष्ण मठ एवं रामकृष्ण मिशन और स्वामी विवेकानंद के पद-स्पर्श से पवित्र हुए स्थानों की फोटो भेंट कि | इस फोटो में स्वामी के पद – स्पर्श से पवित्र हुए स्थान अलवर, जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, माउंट आबू, खेतड़ी व जोधपुर आदि स्थानों को राजस्थान में 316 दिन कि प्रवास – यात्राओं को राजस्थान के मानचित्र में दर्शाया गया हैं।
इस अवसर पर शिक्षाविद् व वरिष्ठ प्रचारक हनुमान सिंह राठौड़ ने कहा कि स्वामीजी का राजस्थान के प्रति विशेष गौरव तथा प्रेम था | स्वामीजी की तीन खेतड़ी यात्राओं और उनकी 109 दिन प्रवास की विशिष्ट घटनाओं के साथ – साथ स्वामी विवेकानंद पर लिख चुके पुस्तकें, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी ) प्रोजेक्ट और अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनारों में भाग लेने के लिए तीन देशों के रामकृष्ण मठ और देश के सबसे प्रसिद्ध वेलूर मठ तथा 50 से अधिक रामकृष्ण मठ व मिशन संस्थाओं में रहकर अध्ययन से अवगत करवाने पर प्रशंसनीय बताया | इस अवसर पर हनुमान सिंह राठौड़ ने कहा कि डॉ. जुल्फिकार स्वामीजी के संदेश को देशभर में व्यापक बनाते हुये विवेकानंद कैलेंडर व पुस्तक के माध्यम से घर – घर तक पहुंचाने का बहुत ही बड़ा नेक कार्य कर रहें हैं ।