झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी के रामकृष्ण मिशन अजीत विवेक संग्रहालय में रविवार को विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत के तत्वावधान में विवेक चिंतन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान प्रांत प्रमुख भगवान सिंह, विशिष्ट अतिथि अशोक सिंह शेखावत, डॉ. स्वतंत्र शर्मा, ओम प्रकाश गुप्ता थे। जबकि अध्यक्षता रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी आत्मा निष्ठानंद महाराज ने की।
सबसे पहले अतिथियों ने स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस, माता शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद के प्रतीक चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान केंद्र के प्रांत प्रमुख भगवान सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि 19 नवंबर से 7 जनवरी तक पूरे राजस्थान में विवेकानंद संदेश यात्रा निकाली गई। जिसके जरिए युवाओं को विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा लेकर अपने पथ प्रदर्शित करने के लिए आह्वान किया गया।
यह यात्रा खेतड़ी से शुरू हुई थी, जिसको उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। विवेकानंद केंद्र पूरे देश और विदेश में पिछले 50 वर्षों से लगातार सेवा भाव से कार्य कर रहा है। स्वामी विवेकानंद ने देश के युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया था, जिसकी बदौलत आज भारत को युवाओं के देश नाम से भी जाना जाता है।
स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। विवेकानंद केंद्र की स्थापना कन्याकुमारी में एकनाथ रानाडे ने 1972 में की थी। तब से लगातार केंद्र अध्यात्म और विवेकानंद के विचारों के बारे में युवाओं को प्रेरित कर रहा है। आगामी दिनों में केंद्र के द्वारा कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो योग सत्र, संस्कार वर्ग, आनंदालय प्रशिक्षण शिविर, व्यक्तित्व विकास, अध्ययन अध्यापन आदि कार्यक्रमों का आयोजन रामकृष्ण मिशन की ओर से किए जाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान विवेकानंद संदेश यात्रा में भागीदारी निभाने वाले खेतड़ी कार्यकर्ताओं और वॉलिंटियरों को प्रतीक चित्र व संदेश यात्रा की पुस्तक भेंट कर सम्मान किया गया। इस मौके पर कैलाश गुप्ता, डॉ राघवेंद्र पाल, प्रदीप सुरोलिया, कालीचरण गुप्ता, प्रमोद शास्त्री, हर्मेंद्र कुमार, राहुल सैनी, मोहित कुमार, राहुल शर्मा, जगमोहन सहित अनेक लोग मौजूद रहे।