झुंझुनूं : राजकीय आयुर्वेद औषधालय चिराणा जिला झुंझुनूं राजस्थान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल

झुंझुनूं : राजकीय आयुर्वेद औषधालय चिराणा झुंझुनूं राजस्थान की स्थापना जयपुर महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय के कार्यकाल में वर्ष 1946ई. को हुईं थी। वर्तमान भवन का निर्माण वर्ष 1986-87 मे आयुर्वेद विभाग राजस्थान के द्वारा ग्राम पंचायत चिराणा के माध्यम से करवाया गया है। वर्ष 1986-89 मे निर्मित भवन में चार कक्ष, गैलरी एवं सामने चबूतरा बनाया गया था। वर्ष 2008ई. में चिकित्साधिकारी वैद्य चन्द्रकांत गौतम के आग्रह पर श्रीयुत गौरी शंकर जी पंसारी चिराणा प्रवासी कोलकाता के द्वारा भवन के बाहर निर्मित चबूतरे पर बरामदे का निर्माण करवाया गया तथा औषधालय का विद्युतिकरण का कार्य करवाया गया औषधालय के विकास कार्य में जगदीश प्रसाद खोवाला की प्रमुख भूमिका रही निर्माण कार्य श्रीयुत जगदीश प्रसाद जी खोवाला की देखरेख में सम्पन्न हुआ।

औषधालय भवन के बरामदा निर्माण होने से चिकित्सा के लिए आने वाले रूग्णो एवं किरोडी जी की और जाने आने वाले राहगीरों के लिए बहुत ही उत्तम विश्राम स्थल के रूप में जनोपयोगी कार्य हुआ। वर्तमान राजकीय आयुर्वेद औषधालय चिराणा को श्रीमान जिला कलेक्टर महोदय झुंझुनूं राजस्थान के द्वारा 0:03हैक्टेयर भूमि अलाटमेन्ट की गई है। वर्तमान समय में राजकीय आयुर्वेद औषधालय चिराणा- 0:01 हैक्टेयर भूमि पर निर्मित है।

राजकीय आयुर्वेद औषधालय चिराणा झुंझुनूं राजस्थान की प्रमुख आवश्यकताऐ निम्नानुसार है।

  • योग भवन
  • पुरूष एवं महिला वार्ड
  • सुविधाऐं (शौचालय)
  • दिव्याङ्गो के लिए रैम्प
  • नल कनेक्शन
  • राजकीय आयुर्वेद औषधालय चिराणा झुंझुनूं जिले का प्राचीन आयुर्वेद औषधालय है इसे विशिष्ट श्रेणी में परिवर्तित कर राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के रूप में मान्यता प्रदान कर
    1• जरानिवारण केन्द्र (वरिष्ठ नागरिक सेवा केन्द्र)
    2• आँचल प्रसुता केन्द्र
    3• पंचकर्म चिकित्सा केन्द्र आदि सुविधाओ से सुसज्जित करने की महती आवश्यकता है।

उपरोक्त सभी सुविधाओं से सुसज्जित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय चिराणा बनने पर चिराणा क्षेत्र की पीड़ित मानवता को आयुर्वेद विभागीय सुविधाओ का अधिक से अधिक लाभ मिलेगा।

जन जन के लाडले राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय अशोक गहलोत साहब राजस्थान के विकास के लिए कृत संकल्पित है आपने अपने उद्बोधन में कई बार कहा है कि आप मांगते मांगते थक जाओगे में देते देते नहीं थकुगा
अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान
उपरोक्त विकास कार्यों के लिए सभी माननीय जन प्रतिनिधि गण, माननीय प्रशासनिक अधिकारी गण, माननीय समाजसेवी बन्धुगण, माननीय पत्रकार बन्धुओ का सकारात्मक सहयोग अपेक्षित है।
देश की माटी।
देश का पानी।
देश की हवा।
देश की दवा।
स्वदेशी अपनाये राष्ट्र को समृद्ध बनाएं।
प. पू. महात्मा गांधी।
सादर विनम्र अनुरोध
वैद्य चन्द्रकांत गौतम चिराणा
(पूर्व उप निदेशक आयुर्वेद विभाग झुंझुनूं राजस्थान )

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