भरतपुर : दो मुस्लिम युवकों की पहले हत्या, फिर जलाया था:लाठी-सरिया से पीटते रहे; गला दबा कर मारा, रुपए मांग-मांग कर काटी फरारी

भरतपुर : दो मुस्लिम युवकों की हत्या के मामले में भरतपुर पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने फरार चल रहे 10-10 हजार रुपए के इनामी बदमाश मोनू राणा और उसके साथी गोगी को देहरादून से गिरफ्तार किया। दोनों वहां पहाड़ियों के बीच बने फार्म हाउस में फरारी काट रहे थे। दोनों हरियाणा के रहने वाले हैं।

पूछताछ में सामने आया कि दोनों मुस्लिम युवकों को किडनैप करने के बाद इतनी मारपीट की गई थी कि उनकी जान ही निकल गई थी। पीटते-पीटते दम निकल गया तो पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया।

पहले जानिए क्या था मामला
हरियाणा के भिवानी में भरतपुर के पहाड़ी थाना इलाके के गांव घाटमीका के रहने वाले जुनैद (35) और नासिर (28) को बोलेरो में जला दिया था। दोनों के घरवालों का आरोप था कि जुनैद और नासिर का 14-15 फरवरी को गोपालगढ़ थाना इलाके के पीरूका गांव से कुछ लोगों ने मारपीट कर किडनैप कर लिया था। इसके बाद उन्हें को जलाने की खबर आई थी। शव बुरी तरह से जल गए थे। इनकी केवल हड्डियां ही बची थीं।

नासिर (बाएं) और जुनैद ड्राइवर थे। दोनों परिवार में अकेले कमाने वाले थे। इन दोनों की पहले हत्या की गई थी।
नासिर (बाएं) और जुनैद ड्राइवर थे। दोनों परिवार में अकेले कमाने वाले थे। इन दोनों की पहले हत्या की गई थी।

अब जानें- कैसे बदमाशों ने दोनों युवकों की हत्या की….

भरतपुर रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि यह पूरी घटना 14 और 15 फरवरी की रात की है। मोनू राणा और गोगी समेत उनका पूरा गिरोह नाकाबंदी कर गौ तस्करी के संदेह में लोगों को पकड़ता है। 14 फरवरी की रात भी ऐसा ही कुछ हुआ था। इन बदमाशों की तीन टीमें थीं। दो टीम भरतपुर आई थी और एक टीम नूंह मेवात इलाके से इनके साथ जुड़ी थी।

ये लोग नासिर और जुनैद का किडनैप कर फिरोजपुर झिरका (हरियाणा) ले गए थे। यहां पूरे एरिया में इन्हें गाड़ी में बैठाकर घूमते रहे। लाठी और सरियों से मारपीट की। पीट-पीटकर आरोपियों ने दोनों को अधमरा कर दिया। अधमरी हालत में आरोपी दोनों काे हरियाणा पुलिस के पास ले गए थे। हालांकि नासिर और जुनैद की हालत देख हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार करने से मना कर दिया था।

इसी बोलेरो में लाकर दोनों को जलाया गया था। शव बुरी तरह से जल गए थे। इनकी केवल हड्डियां ही बची थीं।
इसी बोलेरो में लाकर दोनों को जलाया गया था। शव बुरी तरह से जल गए थे। इनकी केवल हड्डियां ही बची थीं।

पुलिस ने अरेस्ट नहीं किया तो बनाया हत्या का प्लान

आरोपियों को जब पता चला कि हरियाणा पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी तो उन्हें डर सताने लगा कि दोनों युवकों को ऐसे ही छोड़ दिया तो उनके लिए मुसीबत बन जाएगी। इसके बाद आरोपियों ने दोनों की हत्या का प्लान बनाया। दोनों को भिवानी लेकर गए। यहां नासिर की गला घोंटकर हत्या की गई। जुनैद की भी दोबारा पिटाई की गई।

भिवानी के बाहर आते ही दोनों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए दोनों के शवों को बोलेरो में रखा और पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी।

9 आरोपी, अब तक 3 पकड़े

नासिर और जुनैद की हत्या के बाद भरतपुर के गोपालगढ़ में मामला दर्ज हुआ तो इसकी जांच शुरू की। इसके तार हरियाणा तक जुड़े मिले और कई गौ रक्षक संगठनों के नाम सामने आए। इस मामले में सबसे पहले 17 फरवरी को रिंकू सैनी नाम का आरोपी पकड़ा गया और उसने पूछताछ में कई खुलासे हुए।

इसके बाद भरतपुर पुलिस की ओर से 8 आरोपियों के नाम और फोटो जारी किए गए, इनमें मोनू राणा और गोगी था। सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि इस पूरे हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार माेनू राणा और गोगी ही थे। दोनों भिवानी के रहने वाले हैं और यहीं पर इनकी हत्या कर जलाया गया था। हालांकि आराेपियों के जो फोटो जारी किए गए थे उसमें रिंकू सैनी का फोटो नहीं था।

नासिर और जुनैद को पहले हरियाणा पुलिस के पास भी ले गए थे, लेकिन इनकी हालत देख पुलिस ने गिरफ्तारी से मना कर दिया था।
नासिर और जुनैद को पहले हरियाणा पुलिस के पास भी ले गए थे, लेकिन इनकी हालत देख पुलिस ने गिरफ्तारी से मना कर दिया था।

लोगों से रुपए मांग- मांगकर फरारी काटी

जब मामले में राजस्थान पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू किया तो माेनू राणा और गोगी हरियाणा छोड़कर फरार हो गए थे। इस दौरान एमपी, यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड आदि राज्यों में फरारी काटी।

फरारी के दौरान आरोपियों ने लोगों से रुपए मांग-मांग कर काम चलाया। ये भी सामने आया कि एक शहर में जब रुपए खत्म हो जाते तो दूसरे शहर में जाते। यहां भी रुपए मांग कर अपना गुजारा करते और जब रुपए खत्म हो जाते तो वह शहर भी छोड़ देते।

ये मोनू मानेसर है। इस मामले में इसका भी नाम सामने आया था। हालांकि ये अब भी भरतपुर पुलिस की सस्पेक्टेड लिस्ट में है।
ये मोनू मानेसर है। इस मामले में इसका भी नाम सामने आया था। हालांकि ये अब भी भरतपुर पुलिस की सस्पेक्टेड लिस्ट में है।

इंटेलिजेंस की मदद से पकड़े गए

आईजी ने बताया कि भरतपुर पुलिस को 5 राज्यों में इनके होने का इनपुट मिला था। इनमें उत्तराखंड भी शामिल था। जब दबिश दी गई तो कोई सुराग नहीं मिला। देहरादून को लेकर इनपुट था कि ये दोनों आरोपी इसी एरिया में छिपे हैं। जब कोई सुराग नहीं लगा तो इंटेलिजेंस को एक्टिव किया। इंटेलिजेंस की मदद से पता चला कि ये एक पहाड़ी के बीच बने फार्म हाउस में छिपे है।

भरतपुर पुलिस ने इन आठ आरोपियों के नाम जारी किए थे। इनमें से अब भी 6 फरार चल रहे हैं।
भरतपुर पुलिस ने इन आठ आरोपियों के नाम जारी किए थे। इनमें से अब भी 6 फरार चल रहे हैं।

मोनू मानेसर सस्पेक्टेड लिस्ट में, 6 आरोपी अब भी फरार

इस मामले में शुरू से मोनू मानेसर का नाम भी चल रहा था। हालांकि पुलिस ने उसे सस्पेक्टेड माना है। इधर, इस मामले में अब भी मूलथान नूंह निवासी अनिल, मारोड़ा नूंह निवासी श्रीकांत, कैथल निवासी कालू, घरौंदा करनाल निवासी किशोर, जींद निवासी विकास और मुनक करनाल निवासी शशिकांत अब भी फरार चल रहे हैं।

राजस्थान पुलिस से बचना चाह रहे थे आरोपी

आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों को यह लग रहा था कि शव मिलने के बाद हरियाणा में यह मामला दर्ज होगा। इसलिए राजस्थान पुलिस इनके पीछे नहीं लगेगी। हालांकि नासिर और जुनैद के परिजन गोपालगढ़ थाने पहुंचे और उन्होंने FIR दर्ज करवाई। ​​​

जुनैद और नासिर के परिजनों ने FIR में लिखा था कि आरोपी बजरंग दल के सदस्य है। जांच में सामने आया की भरतपुर से लगता हुआ हरियाणा का इलाका है वहां जो हरियाणा गौरक्षक नाम का संगठन एक्टिव है। इस मामले में इस संगठन से जुड़े पदाधिकारियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंंने बताया कि इस मामले में 8 आरोपियों को लिस्टेड किया गया था।अब ऐसा सामने आ रहा है कि इस घटनाक्रम में इन 8 के अलावा और भी अन्य आरोपी हो सकते हैं।

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