जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : नंदीशाला में आज संत श्री स्वामी आत्मानंद समदर्शी योगाश्रम नारनौल हरियाणा से पधारे और आह्वान किया कि हर धर्म कर्म का मूल माहात्म्य गोवंश की तृप्ति हेतु सत्कर्म है और जिस प्रदेश का गोवंश तृप्त है उस प्रदेश पर स्वयं महादेव की असीम कृपा रहती है। कामधेनु में सभी देवताओं का वास होता है । यदि हम गौवंश की सेवा में लीन हो गए तो किसी देवता के मंदिर जाने की जरूरत नही होती । कामधेनु सनातन धर्म की वह संपदा है जो समुद्र मंथन से प्राप्त हुई थी। हर सनातनी का परम कर्तव्य होना चाहिए कि अपने सामर्थ्य के अनुसार गौमाता की सेवा में खुद को अर्पण करें। समाज विज्ञानी डॉ भावना शर्मा ने बताया कि संत श्री की अगवानी प्रमोद टिबड़ा एवं पवन पांडला ने की और सपना राणासरिया ने नंदीशाला में नंदियो के उत्कृष्ट कल्याण के लिए परिचर्चा की। आज का भोग भाजपा नेता महेश बसावतिया ने अपने पिताजी स्वर्गीय बनवारी लाल बसावतिया व माताजी रामदुलारी बसावतिया की पुण्य स्मृति में लगाया और आह्वान किया कि गोवंश की कृपादृष्टि से मै गोवंश की सेवा करता रहू ये मेरी इच्छा है। नंदियो की सेवा में स्थानीय बालको ने भी अपनी सेवाएं दी।