जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा शुक्रवार को सूचना केन्द्र सभागार में पोषण अभियान के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमे ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी में विजेता रही आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। उपनिदेशक बिजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि पोषण पखवाड़े के उपलक्ष्य में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी थीम मोटा अनाज का अधिक उपयोग था। सीडीपीओ ज्योति रेप्सवाल ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट (मोटा अनाज) वर्ष घोषित किया है। मोटा अनाज जैसे बाजरा, ज्वार, रागी, मक्का आदि अनाज पोषण का भंडार होते हैं। ये कई मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं और इनसे शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है। इसलिए सभी को अपनी दैनिक भोजन में ज्यादा से ज्यादा मोटे अनाज से बने व्यंजन शामिल करने चाहिए। मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने बीमारियों से बचने के लिए दैनिक दिनचर्या और आहार को संतुलित रखने की आवश्यकता बताई।
महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला ने फास्ट फूड को छोड़कर देसी खाना अपनाने पर जोर दिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के पवन कुमार ने विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर विभाग के कार्मिक और आँगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन सुपरवाइजर प्रियंका अहलावत के द्वारा किया गया।