झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी को जिला बनाने की मांग अब मुखर होने लगी है। जिला बनाने की मांग को लेकर सोमवार को संघर्ष समिति के लोगों ने एसडीएम से मिलकर एसडीएम कार्यालय के सामने होने वाले अनशन को लेकर अवगत करवाया है। जिला बनाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे सैकड़ों ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने मंगलवार से शुरू होने वाले अनशन और धरने की स्वीकृति देने की मांग की है।
ग्रामीणों ने एसडीएम को पत्र के माध्यम से बताया कि खेतड़ी के लोग सरकार द्वारा नीमकाथाना को जिला बनाने से लेकर काफी आक्रोश में है और स्थानीय लोगों द्वारा खेतड़ी को जिला बनाने की मांग की जा रही है। इस संबंध में रविवार शाम को सैकड़ों लोगों की ओर से भटियानी जी के मंदिर में बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें सर्वसम्मति से जिला बनाने की मांग को को लेकर एसडीएम कार्यालय के सामने अनशन व धरना देने का निर्णय लिया था।
उन्होंने बताया कि सरकार की अनदेखी के कारण खेतड़ी लगातार विकास क्षेत्र से पिछड़ रही है। राज्य सरकार ने हाल ही में 19 नए जिलों की बनाने की घोषणा के बाद खेतड़ी को जिला नहीं बनाने व खेतड़ी को नीमकाथाना जिले में शामिल करने से क्षेत्र के लोगों को गहरा आघात पहुंचा है।
सरकार ने खेतड़ी को जिला नहीं बना कर क्षेत्र के लोगों के साथ धोखा किया है। खेतड़ी को जिला नहीं बनाए जाने से क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया कि उपखंड स्तर पर अनशन व धरने के बाद भी यदि सरकार ने उनकी मांग को नहीं माना तो खेतड़ी क्षेत्र के ग्रामीणों की ओर से जिला स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान एसडीएम जय सिंह चौधरी ने ग्रामीणों को प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए चार दिन का ही धरना देने की अनुमति प्रदान की है। इस मौके पर दिनेश सोनगरा, राजेंद्र सिंह, भवानी शंकर, सुनील कुमार, सुरेंद्र सिंह फौजी, कपिल जांगिड़, सीताराम पेंटर, गोपाल सैनी, मयंक तंवर, आनंद कुमार, जुगलकिशोर, रामनिवास छावल सहित अनेक लोग मौजूद थे।