जयपुर : राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर चल रही हड़ताल को लेकर शनिवार को सीएम ने अहम बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा और मुख्य सचिव उषा शर्मा के साथ स्वास्थय विभाग के सचिव शामिल हुए। सीएम गहलोत ने मुख्य सचिव को डाॅक्टरों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए।
सीएम ने बैठक के बाद डाॅक्टरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की है। सीएम ने कहा कि इस बिल में डाॅक्टरों के हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। डाॅक्टरों का हड़ताल पर जाना उचित नहीं है। इधर सरकार ने भी मनमानी कर निजी अस्पतालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। विभाग ने सभी जिलों के सीएमएचओ को नोटिस जारी कर अस्पतालों की डिटेल्स मंगवाने को कहा है।
रैली निकाल कर जताया विरोध
इधर प्रदेश में चल रहे डाॅक्टरों के विरोध प्रदर्शन को अब आईएमए ने भी अपना समर्थन दे दिया है। आईएमए ने 27 मार्च को मेडिकल सर्विस बंद करने का आह्वान किया है। इसको लेकर शनिवार को एसएमएस अस्पताल में एक बैठक भी हुई।
बिल के विरोध में शनिवार को डाॅक्टरों ने जयपुर के जेएलएन मार्ग पर प्रदर्शन कर रैली निकाली। सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में डाॅक्टरों ने एसएमएस स्थित जेएमए सभागार से त्रिमूर्ति सर्किल तक रैली निकाली।
कार्य बहिष्कार रखेंगे जारी
सरकारी चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व करने वाली युनियन के अध्यक्ष अजय चौधरी ने बताया कि हम प्रतिदिन दो घंटे का कार्य बहिष्कार आगे भी जारी रखेंगे। 29 मार्च को प्रदेशभर में एक दिन का सामूहिक हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी है।
अगर 29 मार्च को ऐसा होता है तो प्रदेशभर की पीएचसी, सीएचसी, उप जिला हॉस्पिटल में मरीजों को नहीं देखा जाएगा। क्योंकि यहां ज्यादातर डॉक्टर मेडिकल ऑफिसर ही होते है और वे अरिसदा संगठन से जुड़े है।