झुंझुनूं-बुहाना(हंसास) : बुहाना उपखंड के हंसास गांव के लोगों ने सड़क की समस्या से परेशान होकर अब आर्थिक सहयोग से ही सड़क बनाने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों की ओर से सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के मुख्य सड़क जर्जर होने व जगह-जगह पानी एकत्रित होने से गांव के लोगों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
सड़क की मरम्मत को लेकर ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों ने स्वयं के खर्चे से सड़क बनाने का निर्णय लिया। सड़क की समस्या को लेकर दो दिन पूर्व ग्रामीणों के एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के दो आम रास्तों में पसरी पड़ी कीचड़ से आवागमन बाधित हो रहा था। इस बात के लिए विगत कई वर्षों से जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगा रहे थे।
सरपंच से लेकर एमएलए तक गुहार लगाने के बावजूद भी इन रास्तों की मरम्मत नहीं की जा रही थी। ग्रामीणों ने मौके पर चंदा इकट्ठा करना शुरू किया और काम शुरू करवा दिया है। करीब 30 लाख की लागत से बनने वाली इस सड़क का निर्माण गांव वालो ने खुद ही कराने का निर्णय लिया।
ग्रामीणों ने बुहाना अभिभाषक संघ के अध्यक्ष गुलशन डांगी के नेतृत्व में सड़क निर्माण कमेटी का गठन किया गया। गांव के दोनों रास्तों को ठीक कराने निकले जेसीबी मशीन चला कर गंदा पानी के भराव को दुरुस्ती कारण करने का कार्य शुरू करवाया। वहीं ग्रामीणों ने अपने चंदे से सड़क निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया है। हालांकि गांव की दोनों सड़कों के निर्माण में लगभग तीस लाख रुपए की लागत आने की संभावना है।
ग्रामीणों का कहना है कि बुहाना से सतनाली की ओर जाने वाली सड़क से गांव दो कच्चे रास्तों से जुड़ता है। जिनकी दयनीय स्थिति है। हाल ही में हुई बरसात के बाद इन रास्तों की जर्जर अवस्था में आवागमन की बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क की समस्या को लेकर ग्रामीण सरपंच से लेकर विधायक और सांसद तक सड़क बनाने की मांग को लेकर ग्रामीण गुहार लगा चुके हैं,लेकिन इन दोनों रास्तों की नेताओं द्वारा सुध नहीं लेने से ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर अपने दम पर सड़क बनाने का निर्णय लिया है।
दोनों रास्तों का दुरुस्तीकरण करते हुए जेसीबी मशीन ट्रैक्टर लगाकर रास्तों का ठीक कार्य करना शुरू कर दिया है। इस दौरान दिलीप सिंह, अजीत सिंह धर्मवीर,दयाराम,महावीर,राजवीर, विजय सिंह, छोटेलाल, कमल, रामा सिंह, रामेश्वर मास्टर, शमशेर, साहब सिंह, रामचंद्र, रणधीर साहब विकास बेद,सतपाल,सज्जन सिंह,जयकरण राजेंद्र हवासिंह,विद्याधर आदि ने सहयोग किया।