झुंझुनूं : चुनावी साल के आखिरी बजट में नए जिलों की घोषणा से झुंझुनूं जिले का पूरा भूगोल ही बदल जाएगा। जिले के नक्शे के साथ ही प्रशासनिक ढांचा बदलेगा । प्रस्तावित नीमकाथाना जिले में खेतड़ी व उदयपुरवाटी ब्लॉक को शामिल करने से जिला आर्थिक व राजनीतिक रूप से कमजोर होगा। जिले के दो विधानसभा क्षेत्र कम होने के साथ ही तीन पंचायत समितियां, तीन नगर पालिका घटने के साथ ही 236 राजस्व गांव भी नीमकाथाना में शामिल होंगे। इसका असर नीमकाथाना जिला अस्तित्व में आने के साथ ही दिखाई देने लगेगा। जिले में अभी सात विधानसभा क्षेत्र है। जिनमें से उदयपुरवाटी और खेतड़ी विधानसभा नीमकाथाना जिले में शामिल होगी। जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र ही रह जाएगे। इसके अलावा 11 पंचायत समितियों में दो पंचायत समितियां खेतड़ी व उदयपुरवाटी नए जिले में शामिल होगी। तो राजस्व नक्शे से तीन तहसील खेतड़ी, उदयपुरवाटी व खेतड़ी कम हो जाएगी। दो उपखंड कार्यालय उदयपुरवाटी और खेतड़ी कम होंगे। इनके अलावा तीन नगर पालिका खेतड़ी, उदयपुरवाटी व गुढ़ागौड़जी नए जिले में शामिल होने के बाद नगर निकाय नौ रहेंगे। गुढ़ा तहसील के 51, उदयपुरवाटी तहसील के 53 और खेतड़ी के 132 राजस्व ग्राम भी नए जिले में जाएगे।
वर्तमान झुंझुनूं जिले का मानचित्र
खेतड़ी: ये राजस्व गाँव नीमकथाना में जा सकते हैं
खेतड़ी क्षेत्र के बबाई, सरदारपुरा, अशोक नगर, चींचड़ोली, चंद्रारा, ढाणी धींवा, हरड़िया, रुपा का बास, कालोटा, कोलयाली, मंडाना, गुंनीचा, माधोगढ़, नई कोठी, दूधवा, नांगलिया, गणेशपुरा, खातीपुरा, रवां, शिमला, दालोता, ढोसी, मुकुंदपुरा, ठाठवाड़ी, देवता, गोर्धनपुरा, जसरापुर, रुडासर, श्योलपुरा, तातीजा, लोयल, सरदारपुरा, ढाणी बाढ़ान, मानोता जाटान, बागोर, बांकोटी बिलवा, टीलावाली, अजीतपुरा, बुरका, गाडराटा, प्रतिभा नगर, प्रतापपुरा, देवनगर, खेतड़ी, बंधा की ढाणी, जसवंत नगर, काली पहाड़ी, लालगढ़, मोरकी, पपुरना, शंखादा, बांसियाल, डाडा फतेहपुरा, राजेंद्र नगर, कांकरिया, मांदरी, राजोरा, ढाणी भजनावाली, धर्माधा, जूझारपुर, कारूंड, मानोता कलां, नालपुर, बसई, खटाना का बास, गोरीर, बेसरड़ा, मेहाड़ा जाटूवास, मोदी, नयानगर, ढाणी इलाखर, जमालपुर, किशनपुरा, टीबा, बड़ाऊ, रामनगर, शिवनगर, श्रीकृष्ण नगर, चारावास, हरिनगर, बलवान नगर, भिटेरा, चरण सिंह नगर, नंगली सलेदी सिंह, श्यामपुरा, रसूलपुर, संतोष नगर, ताल, गोठड़ा, बसंत विहार, खरकड़ा, ज्योतिनगर, नानूनवाली बावड़ी, नृसिंहपुर, चिरानी, गादड़वास, लांगरियावाला, राजोता, तिहाड़ा, दलेलपुरा, पदेवा, रोहिलाना का बास, कांकरिया, पलकपुरा, नौरंगपुरा, सुनारी, सैफरागुवार, बाढ़लवास, देवनगर, मेहाड़ा गुर्जरवास, नांगलिया गुर्जरवास, अजय नगर, भगतावरनगर, हनुमान नगर, जमाना नगर, जमावंत नगर, केसरिया नगर, कीर्ति नगर, रामकुमारपुरा, संजय नगर, शांति नगर, विजय नगर, रामसिंह नगर, सिहोड़, अशोक नगर, धीरजपुरा, गोविंददासपुरा, रामपुरा, त्यौंदा के शामिल होने की संभावना है।
गुढ़ागौड़जी : ये हैं राजस्व गांव
बड़ागांव, सैनीपुरा, हांसलसर, नंगली गुजरान, नाटास, रामनगर, श्योनाथपुरा, केशरीपुरा, रामलालपुरा, सीथल, चंवरा, चक दीपपुरा, कंकराना, किशोरपुरा, नेवरी, भोड़की, डूडी नगर, गढ़वालों का बास, दूड़िया, टोडी, गुढ़ागौड़जी, ढाणी बारकी, ढाणी कनिका, ढाणी खरबास, ढाणी खेदड़, बास बिराना, बसंतपुरा, बासमाना, भाटीवाड़, हेमंतपुरा, गढ़ला कलां, गढ़ला खुर्द, केड, कीरपुरा, खटकड़, नंगली निर्वाण, हिरवाना, मैनपुरा, नंगली दीपसिंह, बास बजावा, बजावा, मूंदड़ों की ढाणी, बामलास, बिजारणियों की ढाणी, हुकमपुरा, नीमकी ढाणी, छावसरी, छऊ, गुमाना का बास, झाझड़ियों की ढाणी, खींवासर, महला की ढाणी, टीटनवाड़ शामिल है।
उदयपुरवाटी : ये हैं राजस्व गांव
बागोरा, गिरावड़ी, छापोली, ढाणी सोकडाली, अडवाना, जहाज, मावता, मंडावरा, नाहरवाड़ी, बाघोली, रामनगर, गुढ़ा, गुढ़ा ढहर, खोह, मणकसास, राजीवपुरा, पौंख, चक जोधपुरा, हरिपुरा, झड़ाया नगर, खातीपुरा, पचलंगी, जगदीशपुरा, किरोठ, पापड़ा कलां, पापड़ा खुर्द, सराय, सूरपुरा, आदर्श नगर, धमोरा, बासड़ी, भोजगढ़, जेतपुरा, पोसाना, धोलाखेड़ा, झाड़ेला, रघुनाथपुरा, ढाणी मझाऊ, मझाऊ, सिंगनौर, चक नांगल, धनावता, इंद्रपुरा, कोट, नांगल, उदयपुरवाटी है।
■ अभी नोटिफिकेशन के बाद ही फाइनल होगा कौनसा क्षेत्र जाएगा। नए जिला बनाने वाली कमेटी ने अभी सरकार को फाइनल रिपोर्ट दी नहीं है। –लक्ष्मण सिंह कुड़ी, कलेक्टर
राजेंद्र सिंह गुढा, सैनिक कल्याण मंत्री
सवाल: आपने सार्वजनिक मंच से घोषणा की थी कि नीमकाथाना जिला नहीं बनेगा, जिला बनेगा तो उदयपुरवाटी, जबकि नीमकाथाना जिला बन गया है ?
मंत्री : मैं कुछ महीने से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संपर्क में नहीं रहा, इसका सीधा नुकसान उदयपुरवाटी को हो गया। अगर मुझे पता होता कि प्रदेश में 19 नए जिले बनाए जा रहे हैं तो मैं हर स्थिति में उदयपुरवाटी को जिला बनाने की घोषणा करवा लेता चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े। सवाल: आप सरकार में मंत्री हैं, इसके बावजूद आपको पता नहीं चला कि प्रदेश में बड़ी तादाद में जिले बनाए जा रहे हैं?
मंत्री:- मुख्यमंत्री महोदय की टॉप सीक्रेट पॉलिसी थी जो अंतिम समय तक भी आउट नहीं हुई। अगर मुझे पहले पता लग जाता तो निश्चित रूप से उदयपुरवाटी को जिला बनाने की घोषणा करवा लेता।
सवाल : अब आगे आपकी क्या रणनीति रहेगी?
मंत्री:- उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र की करीब 17 ग्राम पंचायतें नीमकाथाना के नजदीक पड़ती हैं इसलिए उनको सुविधा रहेगी। पूरे क्षेत्र के लोगों के साथ चर्चा करने के बाद तय करेंगे कि क्या रास्ता निकल सकता है और हमें क्या करना चाहिए।