झुंझुनूं-खेतड़ी : पांच ग्राम पंचायतों को नए जिले में नहीं जोड़ने की मांग, नारेबाजी की

झुंझुनूं-खेतड़ी : नीमकाथाना को जिला घोषित करने पर खेतड़ी की पांच ग्राम पंचायत लोयल, चारावास, मानोता जाटान, जसरापुर, बड़ाऊ के दर्जनों लोगों ने शनिवार को बैठक की। उन्होंने पांचों ग्राम पंचायतों को नए जिले में शामिल नहीं करने की मांग की है। इसके लिए 27 अप्रैल को ग्राम पंचायत स्तर पर बैठकों का आयोजन किया जाएगा तथा 2 अप्रैल को चारावास में बड़ी बैठक का आयोजन कर संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इन पंचायतों को नीमकाथाना में शामिल किया जाता है तो बड़ा आंदोलन करेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेगे। बैठक की अध्यक्षता पूर्व प्रधान बजरंग सिंह चारावास ने की। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि नीमकाथाना को जिला बनाए इस पर हमे कोई आपति नहीं है। परन्तु इस जिले में खेतड़ी क्षेत्र की इन पंचायतों को शामिल नहीं किया जाए। इसके लिए छह माह पूर्व पंचायत समिति सभागार में हुई साधारण सभा की बैठक में भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था।

खेतड़ी के लोयल बसस्टेण्ड पर नए बनाए गए नीमकाथाना जिले में शामिल करने का विरोध करते ग्रामीण

बैठक में सरपंच लोयल महेन्द्र काजला, सरपंच मानोता जाटान बहादुरमल मेघवाल, कुम्भाराम काजला, रामचन्द्र कुलहरी, सूबेदार जयपाल, हवलदार रोताश काजला, सूबेदार शीशराम, अमरसिंह झाझडिय़ा, चंदगीराम ढाका, हंसराम लाम्बा, इन्द्राज सिंह चारावास, रविन्द्र पायल, दोदराम काजला, रोताश काजला, राजेन्द्र महरिया, इन्द्राज जांगिड़, होशियार सिंह, मुकेश बगडिय़ा, प्रहलाद पायल, हंसराम काजला, मनीराम, बूंटीराम, उम्मेद काजला, सुमेर सिंह, अमरसिंह चाहर, सुनील शर्मा, धर्मपाल, रघुवीर सिंह, अरविन्द काजला सहित लोयल, चारावास, मानोता जाटान, जसरापुर, बड़ाऊ के दर्जनो ग्रामीण मौजूद थे। ग्रामीणों ने नारेबाजी भी की।

खेतड़ी को जिला बनाने की उठी मांग, सीएम को लिखा पत्र

खेतड़ी नगर : मुख्य मंत्री ने बजट भाषण के दौरान राजस्थान में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। इसीके साथ अब खेतड़ी को जिला बनाने की मांग फिर से उठने लगी है। क्षेत्र के लोगों ने खेतड़ी को राजनैतिक शिकार बनाने का आरोप लगाते हुए सरकार से खेतड़ी को जिला बनाने की मांग की है। इस संबंध में क्षेत्र के लोगों ने शनिवार शाम को खेतड़ी नगर में बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी भेजा है।

बैठक को संबोधित करते हुए नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस के राष्ट्रीय सचिव राजकुमार बाडेटीया ने कहा कि राज्य सरकार ने बजट भाषण में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। कोटपुतली, नीमकाथाना को जिला घोषित किया गया। वहीं खैरथल जैसे छोटे से कस्बे व दूदू जैसी छोटी सी ग्राम पंचायत को जिला बनाया गया, जिससे खेतड़ी की जनता को बहुत बड़ी ठेस पहुंची है। खेतड़ी रियासत काल में जयपुर स्टेट की दुसरी सबसे बड़ी और शक्तिशाली रियासत हुआ करती थी। कोटपुतली तक का क्षेत्र खेतड़ी रियासत के अधीन आता था। वर्तमान में खेतड़ी मे लगभग 129 राजस्व गांव है।

बबलू अवाना ने कहा कि भारत सरकार का सार्वजनिक उपक्रम व मिनी नवरत्न कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड खेतड़ी तहसील में है, जो कि तांबे की सबसे बड़ी खदान है। इसके अलावा भारतीय सेना का आयुध डिपो खेतड़ी में स्थापित है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सबसे बड़ी पंचायत गोठड़ा ग्राम पंचायत खेतड़ी में है। विश्व में देश का नाम करने वाले स्वामी विवेकानंद की याद में बना स्वामी विवेकानंद अजीत संग्रहालय खेतड़ी में ही बना हुआ है जो आज पर्यटन के रूप में अपनी अलग पहचान बना रहा है। ऐसे में खेतड़ी को जिला नहीं बनाने से खेतड़ी की जनता बहुत निराश हुई है। इस मौके पर नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस के प्रदेशाध्यक्ष हसरत हुसैन, सतनारायण सोनी, समाज सेवी रमेश पांडे जितेंद्र सोनी, रियाजुद्दीन, राजू पेंटर, विजेश शर्मा, मुकेश राजपूत आदि उपस्थित रहे।

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