झुंझुनूं : रिटायर्ड फौजी ने पत्नी को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला:बेटी बोली- बड़े पापा-बुआ भी साजिश में शामिल, नहीं लूंगी शव

झुंझुनूं : झुंझुनूं में रिटायर्ड फौजी ने शनिवार देर रात लाठी से पीटकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया। आरोपी की शादीशुदा बेटी ने कोतवाली थाने पहुंचकर पिता और परिवार के अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। बेटी का कहना है कि उसे मां के लिए न्याय चाहिए। जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे वह मां का शव नहीं लेगी। वहीं मृतक की बहन का आरोप है कि आरोपी उसके बेटे काे भी एक करोड़ के इंश्योरेंस के लिए मारना चाहता था।

कोतवाली थाने में शनिवार देर रात रिपोर्ट देकर रिटायर्ड फौजी विजेंद्र सिंह (46) की बेटी रिया (20) ने कहा कि- पापा रोज मम्मी को पीटते थे, शनिवार को उन्होंने मां को मार ही डाला। रिया ने पिता के भाई-भाभियों, बुआ-फूफा और रिश्तेदारों के बेटों का नाम भी शिकायत में लिखाया है। उसका कहना है कि वे लोग पापा को भड़काते थे।

संतोष की शनिवार को पति से बहस हुई थी। बहस के दौरान पति ने लाठी मार दी।
संतोष की शनिवार को पति से बहस हुई थी। बहस के दौरान पति ने लाठी मार दी।

मामला झुंझुनूं के अणगासर रोड स्थित सूरज कॉलोनी का है। जानकारी के मुताबिक सूरज कॉलोनी निवासी रिटायर्ड फौजी विजेंद्र सिंह ने शनिवार रात अपनी पत्नी संतोष (42) को लाठी से बुरी तरह पीटा। उस वक्त घर में विजेंद्र, संतोष के अलावा उनका 13 साल का बेटा भी था। पति-पत्नी के बीच बहस हो रही थी। इस दौरान विजेंद्र ने पीछे से संतोष के सिर पर वार किया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बीडीके अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया।

बेटी ने कहा- पापा और पूरा परिवार दोषी
विजेंद्र संतोष की शादीशुदा बेटी रिया ने बताया कि शनिवार को मैं अपने ससुराल थी। मम्मी-पापा और भाई घर में थे। शाम को मम्मी-पापा के बीच बहस हो रही थी। पापा ने भाई से कहा कि तेरी मम्मी को मार दूंगा तो तू क्या करेगा। अनबन चल ही रही थी कि पिता ने पीछे से मां के सिर पर वार कर दिया।

विजेंद्र और संतोष की बेटी रिया ने पिता के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

रिया ने बताया कि इस हत्या में पापा अकेले नहीं हैं। पापा के भाई ओमप्रकाश-भाभी, बुआ-फूफा और उनके बेटे भी उन्हें ऐसा करने के लिए भड़काते थे। वे तीन साल से पापा को भड़का रहे थे। उन्हें शराब पिलाया करते थे। वे लोग जैसा कहते थे, पापा वैसा ही करते थे। 3 साल से पापा ने घर का खर्च नहीं दिया था। हमारे सारे डॉक्यूमेंट फूफा अमरसिंह के पास पड़े हैं। मां की हत्या एक साजिश है, जिसमें पूरा परिवार शामिल है।

रिया ने यह भी कहा कि पापा चरित्रहीन थे। वे घर पर कम और बाहर होटलों में ज्यादा रहते थे। इस बात को लेकर मम्मी उन्हें समझाती तो मां से बहस करते थे। मां के साथ मारपीट अक्सर ही करते थे। छोटी-छोटी बातों पर मां की पिटाई कर देते थे।

रिया ने कहा- मुझे मां के लिए इंसाफ चाहिए। मैं तब तक मॉर्च्युरी से शव नहीं लूंगी, जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। रिया ने कहा कि पापा के व्यवहार को लेकर पहले भी पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

मृतक संतोष की बहन मधु ने कहा कि विजेंद्र गुस्सैल व्यक्ति था, वह अक्सर घर में झगड़ा करता था।

बहन बोली- बेटे को मारना चाहता था विजेंद्र मृतक संतोष की बहन मधु ने कहा कि विजेंद्र ने एक दो बार बेटे को भी मारने की धमकी दी थी। वह कहता था कि अगर मैं अपने बेटे को मार दूंगा तो मुझे 1 करोड़ रुपए मिलेंगे, फिर मैं शहंशाह बन जाऊंगा। मधु ने बताया- मैंने संतोष के बेटे की 1 करोड़ की पॉलिसी कर रखी है। ऐसे में विजेंद्र अपने बच्चे को मारने की धमकी देता था।

मधु ने बताया- विजेंद्र बहुत गुस्सैल आदमी था। वह बच्चों को हमेशा धमकाता था। खाने को लेकर नखरे करता था। उसकी पसंद की सब्जी नहीं बनती तो गुस्सा होता था। उसे बच्चों के भविष्य की परवाह नहीं थी। मेरे पास उसकी रिकॉर्डिंग है, जिसमें वह बच्चे को मारने की धमकी दे रहा है।

कोतवाली थाना पुलिस थाने के बाद शनिवार देर रात मौजूद परिजन।
कोतवाली थाना पुलिस थाने के बाद शनिवार देर रात मौजूद परिजन।

पुलिस का कहना है कि हत्या के मूल कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। विजेंद्र और उसका परिवार 4 साल से झुंझुनूं में रह रहा है। विजेंद्र और सरोज के एक बेटा व एक बेटी है। बड़ी बेटी रिया की 4 महीने पहले शादी हुई है। बेटा अभी 13 साल का है और 8वीं में पढ़ रहा है। बेटी रिया ने शनिवार देर रात थाने में अपने पिता विजेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। घटना के बाद से विजेंद्र सिंह फरार है।

वारदात की सूचना मिलने के बाद शनिवार रात ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस आरोपी पति की तलाश कर रही है। विजेंद्र 3 साल पहले फौज से रिटायर हुआ था। इसके बाद से ये परिवार गांव छोड़कर झुंझुनूं शहर में ही रह रहा था। कॉलोनी के लोगों के अनुसार घर में आए दिन झगड़े होते थे।

आरोपी विजेंद्र 3 साल पहले ही फौज से रिटायर हुआ था। इसके बाद से वह कोई काम नहीं कर रहा था।
आरोपी विजेंद्र 3 साल पहले ही फौज से रिटायर हुआ था। इसके बाद से वह कोई काम नहीं कर रहा था।
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