झुंझुनूं-खेतड़ी : परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने वेतन विसंगति समेत अन्य 11 सूत्री मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया है। इस दौरान उन्होंने पहले हुए समझौते को लागू करवाने की मांग भी की।
परिवहन निरीक्षक रमेश यादव ने मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन के माध्यम से बताया कि परिवहन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी लगातार सरकार के साथ समन्वय बैठा कर सड़क सुरक्षा जैसे बड़े कार्यों में अपनी भागीदारी निभा रहे है। परिवहन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी पुलिस के समान ड्यूटी करते है। लेकिन उनकी वेतन विसंगतियां आज भी बरकरार है। सरकार वेतन विसंगति के मामलों में अनदेखी कर रही है, जिससे परिवहन विभाग के अधिकारियों में आक्रोश है।
न्यायालय द्वारा पारित निर्णय के बाद भी परिवहन डयूटी अलांउस, ग्रेच्यूटी का लाभ निरीक्षकों को नहीं दिया जा रहा है। सरकार से अपने हक की बात करने पर उनके साथ बदले की भावना के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। परिवहन विभाग के निरीक्षक और राज्य सरकार के बीच में पहले भी बैठके हुई थी। जिनमें कुछ मुद्दों पर सहमति बनने पर सरकार की ओर से जल्द ही उचित लाभ देने का निर्णय लिया गया था।लेकिन कर्मचारियों के साथ हुए समझौते को सरकार के नुमाइंदों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया और समझौतों को आज तक लागू नहीं किया।
ज्ञापन में परिवहन निरीक्षकों के खिलाफ उनकी कार्यशैली के आधार पर दर्ज प्रकरणों में लाभ नहीं देने पर नाराजगी व्याप्त की गई। राजस्व संग्रहण के दौरान आए दिन होने वाली घटनाओं के खिलाफ संरक्षण प्रदान नहीं करने पर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। एसीपी पदोन्नति जैसे मामलों को जानबूझकर डिलीट किया जा रहा है। इसके अलावा सरकार द्वारा परिवहन माफियाओं पर कार्रवाई के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं दिखाई जा रही है। परिवर्तन शाखा को जानबूझकर निष्क्रिय रखा जा रहा है। ऐसे में सरकार को परिवहन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों की मांगे माननी चाहिए। इस मौके पर परिवहन निरीक्षक रमेश यादव, राजेंद्र सिंह मीणा समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।