के जे श्रीवत्सन, जयपुर: राजस्थान सरकार को न्यू पेंशन स्कीम्स का केंद्र के ट्रस्ट में जमा 45 हजार करोड़ रुपए नहीं मिलेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एनपीएस का पैसा राज्य सरकारों को देने से साफ इनकार कर दिया है। निर्मला सीतारमण ने कहा- कोई राज्य अगर किसी कारण से यह डिसिजन लेता है कि एनपीएस का फंड है वो इकट्ठा दे देना चाहिए तो वह नहीं मिलेगा। वह कर्मचारी का पैसा है, ब्याज कमा रहा है, वह पैसा रिटायरमेंट के समय कर्मचारी के हाथ में आएगा। इकट्ठा पैसा राज्य सरकार के हाथ नहीं आएगा, यह असंभव है। जब सही समय आएगा तभी यह पैसा कर्मचारी को दिया जाएगा।
फ्री स्कीम्स पर दिया ये बयान
फ्री स्कीम्स पर निर्मला सीतारमण ने कहा- जब सरकार की वित्तीय हालात ठीक हो तो ऐसी स्कीम चलाएं। उनका पैसा आपके पास हो तभी लाएं। आप बजट में उनके लिए प्रावधान करें। अगर आपके राज्य के वित्तीय हालात ठीक नहीं है, आप बजट में भी प्रावधान नहीं कर रहे हो, उसके लिए कर्ज ले रहे हो यह ठीक नहीं है। फिर उसका पैसा कौन देगा? इसलिए वित्त सचिव ने बोला था फ्री लंच नहीं होता।
अपने संसाधन से फंड जुटाएं
सीतारमण ने कहा-ऐसी स्कीम्स लाने के लिए राज्य अपने संसाधन से फंड जुटाएं, टैक्स से कमाएं। फ्री स्कीम्स के लिए राज्य उसका भार किसी और पर डाल रहे हैं वह गलत है। बिजली सेक्टर को हम पिछले पांच से रिस्ट्रक्चर कर रहे हैं। जनता से वादा आपने किया, उन वादों से सरकार बनाई। बिजली कंपनियां कर्ज से दब गईं। बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों ने डिस्कॉम से बकाया मांगा, डिस्कॉम के पास पैसा नहीं था। मांगने के समय डिस्कॉम के वक्त पैसा नहीं है, जिन्होंने वादा किया वे डिस्कॉम को पैसा नहीं देते। फिर बिजली उत्पादन का खर्च कौन देगा। अगर एक घंटे का भी बिजली में डिले होता है तो मोदी सरकार पर आरोप लगता है कि देखिए मोदीजी गरीबों को बिजली नहीं दे रहे। जनता से लेकिन वादा किसने किया, जिसने वादा नहीं किया वो पैसा क्यों दें?
मोदी सरकार पर आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं
बाड़मेर पेट्रो केमिकल्स हब के काम को राजनीकि आधार पर रोकने के सवाल पर सीतारमण ने कहा- पत्थर जैसा दिल रखने वाले कांग्रेस नेताओं को मोदी सरकार पर आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है। गुजरात के लोगों का नर्मदा का पनी रोकने वाली कांग्रेस को मोदी सरकार पर आरोप लगाने का कोई हक नहीं है। क्या गुजरात का पानी रोकना राजनीतिक नहीं था। कांग्रेस की डिक्शनरी में केवल एक ही बात है, वह हर चीज का राजनीतिकरण करते हैं। ईडी, इनकम टैक्स पर भी बोलेंगे तो भी राजनीतिक ही बोलेंगे। कहीं कोई गुनाह किया है तो भी कांग्रेस मानने को तैयार नहीं हैं।
गहलोत पर तंज, पिछले साल का बजट पढ़ दिया
सीतारमण ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा- कांग्रेस के सीएम की डिक्शनरी एक ही है और वह हर चीज का राजनीतिकरण कर देते हैं। सीएम की इज्त करती हूं। राजस्थान के बजट के दिन भी मैंने बोला कि गलती हो जाती है, सीएम ने पिछले साल का बजट पढ़ दिया। भगवान की कृपा रहे कि ऐसी गलती किसी वित्त मंत्री से नहीं हो। पीएम भी बोले थे कि पिछले साल का बजट डिब्बे में रखकर भूल गए, उस पर कोई काम हुआ नहीं। उसी डिब्बे को खोलकर बजट पढ़ लिया। किसी वित्त मंत्री को ऐसा नहीं होना चाहिए।
पेट्रोल डीजल पर टैक्स बढ़ाने वाले किस मुंह से केंद्र पर सवाल उठा रहे
सीतारमण ने कहा- डीजल पेट्रोल पर कई राज्य सरकारों ने एक बार भी ड्यूटी नहीं घटाया है। वे ही राज्य खड़े होकर केंद्र सरकार से पूछ रहे हैं कि गैस पर पैसा कम नहीं किया। हिमाचल में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस सरकार ने पेट्रोल डीजल पर टैक्स बढ़ा दिया है। अब वो छत्तीसगढ़ में बैठकर चिंतन करें लेकिन हमसे सवाल किस मुंह से पूछ रहे हैं।