जयपुर : चार्जिंग के समय इलेक्ट्रिक वाहन में विस्फोट से घर में लगी आग, पड़ोसी ने खिड़की तोड़कर बचाया, तीन झुलसे

जयपुर : इलेक्ट्रिक वाहन में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। बीती रात चार्जिंग के दौरान स्कूटी में आग लगने का एक और मामला सामने आया। आग से वाहन तो जला ही साथ में घर भी आग की चपेट में आ गया। हादसा जयपुर में शुक्रवार रात का है। यहां एक परिवार अपनी इवी को रात में चार्ज कर रहा था। इस दौरान वाहन में आग लग गई और साथ में खड़ी स्कूटी में भी विस्फोट के साथ आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के दौरान पड़ोसी आरएसी कॉन्स्टेबल ने परिवार को जगा खिड़की तोड़कर बाहर निकाला। हादसे में तीन लोग झुलस गए। घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। आग से दोनों स्कूटी और काफी सामान कबाड़ में तब्दील हो गया।

एएसआई भगवान सहाय के अनुसार हादसा डॉ. नरेन्द्र यादव के घर हुआ है। नरेंद्र मांग्यावास में फिजियोथेरेपिस्ट हैं।
डॉ. नरेन्द्र यादव के साथ उनकी पत्नी ज्योति, पांच साल का बेटा, उसकी भतीजी सुनीता यादव, उसका बेटा रवि रहता है। उन्होंने बताया कि डॉ. यादव ने रात करीब 10 बजे घर में इलेक्ट्रिक स्कूटी को चार्जिंग में लगाया था। रात करीब 11 बजे स्कूटी में स्पार्क होने से आग लग गई। स्कूटी में आग लगने से पास खड़ी पेट्रोल की दूसरी स्कूटी ने आग पकड़ ली।

आग से परिवार के पांच जनों में से तीन झुलस गए। झुलसे तीनों जनों को SMS हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में भर्ती करवाया गया है।
आग से परिवार के पांच जनों में से तीन झुलस गए। झुलसे तीनों जनों को SMS हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में भर्ती करवाया गया
RSC के कॉन्स्टेबल ने घर में आग लगी देखकर परिवार को जगाया। उसके बाद खिड़की तोड़कर परिवार को बाहर निकालने का प्रयास किया।
RSC के कॉन्स्टेबल ने घर में आग लगी देखकर परिवार को जगाया। उसके बाद खिड़की तोड़कर परिवार को बाहर निकालने का प्रयास किया।
एक की हालत गंभीर

कुछ ही देर में स्कूटी की पेट्रोल टंकी में विस्फोट हो गया। जिससे पूरे घर में आग फैल गई। आग से घर का पूरा सामान जलने लगा। आग लगने के दौरान मकान में 5 जने सो रहे थे। इसी दौरान पड़ोसी RSC के कॉन्स्टेबल ने घर में आग लगी देखकर परिवार को जगाया। उसके बाद खिड़की तोड़कर परिवार को बाहर निकालने का प्रयास किया। आग की लपटों से पांच लोगों में से तीन लोग झुलस गए। घटनास्थल के पास खाली सिलेंडर रखे थे, यदि ये सिलेंडर भरे होते तो बड़ा हादसा हो जाता। आग की सूचना पर एक दमकल की मदद से काबू पाया गया। हादसे में नरेंद्र यादव (30) भतीजी सुनीता (11) और उनका बेटा रवि (13) झुलस गए। तीनों को इलाज के लिए SMS हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। जहां डॉ. नरेन्द्र की हालत गंभीर बताई जा रही है।

Web sitesi için Hava Tahmini widget