झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी में शीत प्रकोप से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर मंगलवार को एसडीएम कार्यालय के सामने किसानों की ओर से आमसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर खराब हुई फसल की गिरदावरी सही तरीके से करवाने व प्रति बीघा 10 हजार रुपए मुआवजा किसानों को देने की मांग की।
बसपा नेता मनोज घुमरिया ने कहा कि इस बार सर्दी का प्रकोप अधिक होने से किसानों की फसलों में काफी खराबी हुई है। किसानों की फसलें 80 फीसदी तक खराब हो चुकी है। इसके बावजूद भी सरकार की ओर से किसानों के भविष्य को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। किसानों की फसलों की गिरदावरी कराने को लेकर भी सही तरीके से जांच नहीं की जा रही है, जिससे किसान वर्ग काफी आहत हो गया है। पिछले वर्ष बाजरे की फसल बरसात के कारण नष्ट हो गई थी। वहीं अबकी बार शीतलहर के प्रकोप से सरसों व गेहूं की फसल भी खराब होने से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
10 हजार रुपए प्रति बीघा मुआवजा की मांग
उन्होंने कहा कि अधिकांश किसान खराब फसल होने के बाद खेत में खड़ी फसल में हल चलाने को मजबूर हो रहे है, लेकिन सरकार किसानों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं हो रही है। सरकार की ओर से प्रत्येक किसान के भविष्य को लेकर कठोर कदम उठाया जाना चाहिए और प्रत्येक किसान को खराब हुई फसल की सही तरीके से गिरदावरी करवाकर प्रति बीघा 10 हजार रुपए मुआवजा दिया जाए।
साथ ही किसानों ने कहा कि जल्द ही सरकार ने किसानों के हितों को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया, तो किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।
इस मौके पर श्रीराम चेजारा, हजारीलाल, सुरेंद्र गुर्जर, छाजूराम सैनी, रामजीलाल सैनी, प्रकाश सैनी, सोहनलाल, कमलेश सैनी, रामअवतार मीणा, रामकरण, सरवन सिंह, सुरेंद्र फौजी, सुशील मीणा, बलवीर मीणा, गंगाराम, राकेश कुमार, सुनील चौधरी, शिवप्रसाद, राम सिंह, राजेंद्र सिंह, ओमप्रकाश मीणा, नाथूराम, जगदीश प्रसाद, चौथमल सैनी, पवन सिंह, श्रवण सिंह, अजय सिंह, बिल्लू सिंह, वीरेंद्र, नरेश सहित अनेक लोग मौजूद थे।