राहुल-सोनिया पर केस, पायलट बोले- वसुंधरा सरकार पर भी घोटाले के आरोप, सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती

पायलट ने कहा- बीजेपी के कार्यकाल में जो भाजपाई भ्रष्टाचार में लिप्त रहे, आप सब जानते हो। तब जमीन के घोटाले हुए, बजरी और शराब के घोटाले हुए। भूमाफिया पनप गए थे। जो लोग देश छोड़कर भाग गए। ललित मोदी जो विदेश में बैठे हैं, उनका नाम जिन लोगों के साथ जुड़ा था, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। पायलट ने कहा-दूसरी ओर केंद्र में बैठी सरकार हमारे नेताओं पर झूठे आरोप लगाती है।

राहुल गांधी- सोनिया गांधी पर ईडी और इनकम टैक्स का केस दर्ज कर दिया। उनको पूछताछ के लिए बुलाया जाता है। गांधी परिवार ने, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने देश के लिए शाहदत दी है। बीजेपी के जो नेता दिल्ली में बैठे हैं, उस गांधी परिवार को परेशान करने का काम करते हैं। उनकी सुरक्षा छीन लेते हैं। उन पर झूठे केस दर्ज कर अपमानित करने का काम करते हैं।

वसुंधरा सरकार को मैंने चुनौती दी, हर घोटाले में उन पर आरोप लगते थे
पायलट बोले- लेकिन हमारी सरकार राजस्थान में है। जो बीजेपी के नेता भ्रष्टाचार में लिप्त थे। जिन पर हमने सबने मिलकर आरोप लगाए थे। उन पर हम कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं ? मैं प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करना चाहता हूं। बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए। लेकिन जिन लोगों के भ्रष्टाचार को बेनकाब करके हम लोग सत्ता में आए थे। उन लोगों से हिसाब तो लेना पड़ेगा। मैं 2013 से 2018 तक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष था। लगातार वसुंधरा जी की सरकार को मैंने चुनौती दी। हर घोटाले में उन पर आरोप लगते थे।

जिन घोटालों को हमने एक्सपोज किया, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
हमने वादा किया था कि सरकार बनने के बाद हम निष्पक्ष जांच कराएंगे। जांच होने के बाद दोषी को सजा जरूर मिलेगी, ताकि लोगों का व्यवस्था में इकबाल कायम रहे। अभी भी हमारे पास समय है, 11-12 महीने बचे हैं। मुझे पूरा विश्वास है, जिन लोगों ने गरीबों के साथ धोखा किया और बड़े-बड़े घोटाले किए। जिन घोटालों को हमने एक्सपोज किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। नहीं तो अगली बार चुनाव में जाकर जब हम आरोप लगाएंगे, तो जनता को विश्वास कराने के लिए कुछ तो हमको देना पड़ेगा।

केंद्र पर निशाना- किसानों पर एहसान नहीं कर रहे
पायलट ने कहा- किसानों के लिए बिजली, पानी, बीज, खाद, फसल खरीद, ट्रैक्टर और बोरिंग की व्यवस्था हम लोग करते हैं, तो किसी पर एहसान नहीं कर रहे हैं। हम जब बड़े-बड़े उद्योगपतियों को देश के बड़े-बड़े हवाई अड्डे, रेलवे लाइन, बीमा कंपनी, बिजली कंपनी, खान को घाटा दिखाकर औने-पौने दाम पर दे सकते हैं, तो देश की दो-तिहाई जनता जो कृषि पर निर्भर करती है, उनको समर्थन मूल्य नहीं दे सकते हैं क्या ?

मैं केंद्र सरकार को सचेत करना चाहता हूं कि आप साढ़े 8 साल से सत्ता में बैठे हैं। आपको ना किसान की परवाह है, ना गरीब की परवाह है। गैस का सिलेंडर 1150 रुपए में बिक रहा है। राजस्थान को खाद, यूरिया, डीएपी नहीं मिलता। आप पक्षपात की राजनीति करते हो। मैं संदेश देना चाहता हूं पाली मारवाड़ से कि आप बहुत जल्द किसान की फसल खरीद का कानून बनाओ, ताकि किसान समृद्ध हो सके और ताकतवर बन सके। हम सब जानते हैं, जब किसान को 50 हजार, 1 लाख रुपए की जरूरत पड़ती है, तो कितनी मुश्किल से वह पैसे की व्यवस्था कर पाता है। बैंक के सौ चक्कर काटता है। उसकी जूतियां घिस जाती हैं। बैंक मैनेजर पहले प्रमाण पत्र, एनओसी, स्टैम्प और फिर क्या गिरवी रखोगे मांगता है। इतना करने के बाद भी उसको बीच में किसी दलाल को 2-5 हजार रुपए रिश्वत खिलानी पड़ती है, जब जाकर लोन मिल पाता है।

गरीब-अमीर के बीच खाई बनी हुई है
पायलट बोले- दूसरी तरफ जो बड़े-बड़े सेठ हिन्दुस्तान के खरबों रुपए डकार गए, वो एक फोन करते हैं और बैंक का मैनेजर उलटे पांव दौड़ता हुआ चेक लेकर उनके पास चला जाता है, कहता है लो सेठजी आपका चेक अप्रूव हो गया। ये व्यवस्था बनी हुई है। गरीब-अमीर के बीच खाई बनी हुई है। चंद लोगों के पास देश की पूरी सम्पत्ति पहुंच गई है।

गरीब इतना गरीब हो गया कि उसे दो जून की रोटी नहीं मिल रही है। अमीर इतना अमीर हो गया कि उसके पास अपनी दौलत गिनने का समय नहीं है। इस देश में गांव और शहर में, अमीर और गरीब में जो फांसला बढ़ता जा रहा है, वो बहुत बड़ी चिन्ता का विषय है। जब तक हम किसान को मजबूत नहीं करेंगे।

किसान परिवार को ताकत नहीं देंगे। उनको संसाधन नहीं देंगे। उनके लिए अच्छे कानून नहीं बनाएंगे यह नहीं हो सकेगा। मुझे फख्र है यूपीए सरकार में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, मैं केंद्र में मंत्री था। किसानों ने मांग नहीं की थी, लेकिन सोनिया गांधी-मनमोहन सिंह जी के साथ हमने बैठकर किसानों का 72 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया था।

किसान सम्मेलन में पायलट के साथ ये नेता रहे मौजूद
पाली जिले के सादड़ी में हुए किसान सम्मेलन में पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, पीसीसी सचिव शोभा सोलंकी, कांग्रेस नेता भीमराज भाटी, पाली जिलाध्यक्ष चुन्नी लाल, विप्र बोर्ड अध्यक्ष महेश शर्मा, कांग्रेस नेता सोमेंद्र फालना, पूर्व विधायक लालाराम, कांग्रेस नेता जीवाराम आर्य, करण सिंह उचियारड़ा समेत हजारों की तादाद में किसान मौजूद रहे।

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