जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : पंचदेव मंदिर के सामने स्थित मोदी हाउस पर श्रीमती बिमला देवी रिद्धकरण मोदी परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा में द्वितीय दिवस रविवार को कथावाचक परम श्रद्धेय भागवत मर्मज्ञ परम पूज्य स्वामी श्री हरि शरण जी महाराज ने भागवत कथा में तीसरे दिन कथा सुनाते हुए बताया कि किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे है वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों हो। कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए भगवान शिव की बात को नहीं मानने पर सती के पिता के घर जाने से अपमानित होने के कारण स्वयं को अग्नि में स्वाह होना पड़ा।
महाराज श्री ने कथा में उत्तानपाद के वंश में ध्रुव चरित्र की कथा को सुनाते हुए समझाया कि ध्रुव की सौतेली मां सुरुचि के द्वारा अपमानित होने पर भी उसकी मां सुनीति ने धैर्य नहीं खोया जिससे एक बहुत बड़ा संकट टल गया। परिवार को बचाए रखने के लिए धैर्य संयम की नितांत आवश्यकता रहती है। भक्त ध्रुव द्वारा तपस्या कर श्रीहरि को प्रसन्न करने की कथा को सुनाते हुए बताया कि भक्ति के लिए कोई उम्र बाधा नहीं है। भक्ति को बचपन में ही करने की प्रेरणा देनी चाहिए क्योंकि बचपन कच्चे मिट्टी की तरह होता है उसे जैसा चाहे वैसा पात्र बनाया जा सकता है।
कथा के मध्य महाराज श्री के कर्णप्रिय भजनों पर श्रोता भक्त मंत्र मुग्ध हुए बिना नही रह सके। कथा से पूर्व भागवत कथा ग्रन्थ का पूजन मोदी परिवार के प्रमोद मोदी एवं प्रदीप मोदी सहित परिवारजन ने विधि विधान के साथ किया। श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 14 से 20 जनवरी तक किया जा रहा है जिसका समय अपरान्ह 1 बजे से सायं 5 बजे तक का रखा गया है।
इस अवसर पर आयोजक मोदी परिवार से बिमला देवी रिद्धकरण मोदी, प्रमोद एवं प्रदीप मोदी, अनिल मोदी, सुरेश मोदी, आनंद मोदी, अमन मोदी, नरेंद्र मोदी, अशोक मोदी सहित अन्य परिवार जन, श्रीकांत पंसारी, नितिन नारनौली, रुपेश तुलस्यान, शशिकांत पंसारी, कुंदन सिगंडोदिया, रधुनाथ पौद्वार, परमेश्वर हलवाई, अशोक केडिया, प्रदीप पाटोदिया एवं कैलाशचन्द्र सिंघानिया सहित अन्यजन बडी संख्या मे अन्यजन उपस्थित थे।