झुंझुनूं-खेतड़ी : अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के आह्वान पर शुक्रवार को जेल के कर्मचारियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने वेतन विसंगति के संबंध में पूर्व में हुए समझौते की पालना नहीं होने को लेकर नारेबाजी कर विरोध जताया है तथा अन्न त्याग आंदोलन शुरू किया है।
वेतन विसंगति समझौते की पालना को लेकर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि राज्य सरकार व विभाग के अधिकारियों के बीच वेतन समझौते संबंधी मामले में 2017 में समझौता हुआ था, लेकिन समझौता होने के बाद भी सरकार द्वारा आज तक उसे लागू नहीं किया गया।
कर्मचारियों द्वारा सरकार को बार-बार ज्ञापन व व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी अवगत करवाया गया, लेकिन कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर नहीं होने से अब कर्मचारियों में रोष उत्पन्न हो गया है। पहले भी जेल के कर्मचारियों ने अनुशासन पूर्ण तरीके से काली पट्टी बांधकर सरकार का विरोध किया था तथा सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक दिन का विरोध प्रदर्शन भी किया गया था।
इस दौरान कर्मचारियों ने जल्द ही उनके समझौते लागू नहीं किए जाने पर अनिश्चितकाल के लिए अन्न त्याग आंदोलन करने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन कर्मचारियों की चेतावनी देने के बाद भी सरकार द्वारा कर्मचारी हितों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। जिस पर जेल के कर्मचारियों ने अनुशासन में रहकर ड्यूटी करते हुए अन्न त्याग आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
खेतड़ी जेल में आंदोलन के तहत मैस का संचालन नहीं किया गया तथा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठ गए। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी मांगें पूरा करने व पूर्व में हुए समझौते लागू करने की मांग की।
इस मौके पर महासंघ के तहसील अध्यक्ष सतवीर सिंह मान, मुख्य प्रहरी रमेश चंद चौधरी, जगमाल सिंह, विरेंद्र सिंह यादव, राकेश शर्मा, शीशराम, महेंद्र सिंह, सचिन यादव, मोहनलाल, विजयपाल, सहीराम वर्मा, धनुर्धर मीणा, दीपक राणा, रूद्रनारायण शर्मा, सुधा, कविता, सुशीला चौधरी, मंजू धायल सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।