खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के चारावास गांव में सार्वजनिक रूप से छोड़े गए भैंसे को बेचने को लेकर ग्रामीणों में विवाद की स्थिति बन गई है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने खेतड़ी नगर थाने पर भैंसे को बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार करने की मांग की। इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच के बेटे पर पद का दुरुपयोग कर 25 हजार रुपए में भैंसा बेचने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने सरपंच के बेटे पर लगाया आरोप
ग्रामीण शंकरलाल बोरान ने बताया कि चारावास के ग्रामीणों ने चार साल पहले घर-घर से चंदा एकत्रित कर एक लाख ग्यारह हजार रुपए में भैंसा खरीदा था। भैंसे को सार्वजनिक रूप से छोड़ा गया था। लेकिन दो-तीन दिन पहले सरपंच के बेटे हरिसिंह ने पद का दुरुपयोग करते हुए ग्रामीणों को बिना बताएं 25 हजार रुपए में भैंसे का बेच दिया। इस मामले में जब ग्रामीणों ने उनसे बात की तो उन्होंने साफ मना कर दिया। जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
थानाधिकारी ने दिया आश्वासन
गांव में विवाद की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण खेतड़ी नगर थाने पहुंचे और घटना को लेकर थानाधिकारी से बात की। थानाधकारी हरीकृष्ण तंवर को ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही गांव में गोशाला बनाने को लेकर बैठक हुई तो भैंसे को नीलाम कर देने की बात सामने आई थी। जिस पर ग्रामीणों ने विरोध जताया था। लेकिन सरपंच के बेटे ने मामला ठंडा होने के बाद मौके का फायदा उठाते हुए भैंसे का बेचकर गांव के साथ धोखा किया।
इस दौरान एएसआई रामपत ने ग्रामीणों से समझाइश करते हुए वापस भैंसे को गांव में लाकर छोड़ने का आश्वासन दिया। पुलिस ने खरीदने वाले और बेचने वाले को थाने में बुलाकर पूछताछ करने की बात कही। ग्रामीणों ने बताया कि यदि जल्द ही पुलिस की ओर से मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया तो ग्रामीणों की ओर से आंदोलन भी किया जाएगा।
सर्वसम्मति से निर्णय लेकर नीलाम किया-हरिसिंह
इस मामले में हरिसिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में भैंसे ने कई पशुओं को घायल कर दिया। जिसको लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर पंचायत भवन में बैठक कर सर्वसम्मति से भैंसे को नीलाम करने का निर्णय लेकर अधिकतम कीमत पर बेचा गया है। नीलामी में मिली राशि को गांव के विकास में लगाया जाएगा।
ये रहे मौजूद
प्रदर्शन के दौरान उमेद चाहर, रोहिताश, महिपाल, दाताराम, प्रदीप, हरकेश, नरेश, संदीप, सुरेश, ओमप्रकाश, शीशराम, रामचंद्र, होशियार, इंद्राज, रणधीर, अमर सिंह समेत अनेक ग्रामीण मौजूद थे।