शिक्षा मंत्रालय ने गणतंत्र दिवस के लिए राष्ट्रीय स्तर की बैंड प्रतियोगिता का आयोजन किया था। इसमें देश भर से 99 स्कूल बैंड ने भाग लिया जिसमें बिरला स्कूल का बैंड दूसरे स्थान पर रहा। अब स्कूल बैंड गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान 19 जनवरी को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में लाइव प्रदर्शन करेगा।
वहीं, राष्ट्रीय स्काउट गाइड जंबूरी में बीकानेर मंडल को बैंड की जिम्मेदारी मिली, इसमें झुंझुनूं के एसएस मोदी विद्या विहार स्कूल के बैंड का चयन हुआ। स्कूल के बैंड ने बुधवार को जंबूरी के उद्घाटन समारोह में मार्च पास्ट किया। अब यह बैंड राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेगा।
कभी बाहर नहीं हुआ राजपथ की परेड से यह बैंडपिलानी के बिरला बालिका विद्यापीठ की एनसीसी छात्राओं का बैंड तो वर्ष 1960 से लगातार गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर होने वाली परेड में अपनी प्रस्तुति देता आ रहा है। कोरोना काल के दो साल को छोड़ कर आज तक ऐसा कोई मौका नहीं आया, जब इस बैंड को परेड से बाहर किया गया हो। इस बार भी बैंड दिल्ली पहुंच चुका है।
छात्राएं घंटों करती हैं अभ्यास
एनसीसी अधिकारी कैप्टन सविता शर्मा ने बताया कि बैंड में 51 छात्राएं शामिल हैं जो 60 धुन बिना देखे बजा लेती हैं। अभ्यास के लिए छात्राएं सुबह पांच बजे उठ जाती हैं और शाम पांच बजे तक अभ्यास करती हैं। राजपथ पर रिहर्सल के दौरान तो इन्हें देर रात डेढ़ बजे ही उठ कर तैयार होना होता है।
यह सिखाया जाता हैस्कूल बैंड स्कूली बच्चों में एकता, अपनापन और गर्व की गहरी भावना पैदा करता है। बैंड की लय युवाओं और वृद्धों में समान रूप से जुनून, क्रिया, साहस और प्रेरणा पैदा करती है।
बिरला बालिका विद्यापीठ की स्कूल कई सालों से परेड में शामिल हो रही है, इसी ट्रस्ट के दूसरे बैंड को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पहली बार कार्यक्रम में प्रस्तुति का मौका मिला है। देश के 99 स्कूलों में चयन गर्व की बात है। यह निरंतर अभ्यास का प्रतिफल मिला है।
धीेरेन्द्र सिंह, प्रधानचार्य, बिरला स्कूल पिलानी
स्काउट के माध्यम से देशभक्ति और समाज सेवा का भाव को प्रकट करने वाली धुन से झुंझुनूं का मान बढ़ा है। इस पर हमें गर्व है।
मनीष अग्रवाल, कार्यकारी समन्वयक, एसएस मोदी स्कूल झुंझुनूं