चिड़ावा : चिड़ावा महोत्सव में प्रस्तुति देने आए कॉमेडियन और अभिनेता ख्याली मंगलवार शाम को चिड़ावा पहुंचे। इस दौरान दैनिक भास्कर से बात करते हुए ख्याली ने मजाक में कहा कि स्कूल में पढ़ते थे तो सूरज जिधर जाता उसे देखकर हम गोल गोल घूम कर बैठने की जगह बदलते थे। ऐसे में सही मायने में वैज्ञानिकों को हमने ही बताया कि धरती गोल है।
कॉमेडी एक साइंस है
उन्होंने कॉमेडी को लेकर कहा कि कॉमेडी एक साइंस है। नेता बोलते हैं वो भाषण बन जाता है। लेक्चरार बोलते है वो लैक्चर बन जाता है। वही बात कॉमेडियन बोलता है तो कॉमेडी बन जाती है। उन्होंने बताया कि पढ़ाई में मन नहीं लगा तो पढ़ाई छोड़कर गंगानगर थियेटर किया। वहां से जवाहर कला केंद्र जयपुर, बीकानेर में भी मौका मिला। वहां से चंडीगढ़ में और फिर दिल्ली से होते हुए मुंबई में थियेटर किया। इसके बाद टर्निंग पॉइंट आया लाफ्टर चैलेंज टू में जाना। वहां अर्चना पूरन सिंह और नवजोत सिद्धू ने पहली बार में ही स्टैंडिंग ऑडिशन दी तो हौंसला बढ़़ गया। पहला एपिसोड आया तो घर के बाहर भीड़ जमा हो गई और लोग बोले तू तो बहुत बड़ा कलाकार बन गया और वहीं से मेरा सफर आगे बढ़ चला।
कॉमेडी में देते हैं सामाजिक संदेश
उन्होंने बताया की उनकी कॉमेडी सामाजिक संदेश लिए हुए होती है। वे समाज को नशामुक्ति, बाल विवाह, साक्षरता सहित अन्य विषयों पर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। चिड़ावा में आकर उन्हें काफी अच्छा लग रहा है।