सीकर : राजस्थान में विधानसभा चुनाव में करीब 1 साल का समय बचा है। इससे पहले ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। इसी महीने चूरू में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अग्निपथ योजना, किसान कर्ज माफी समेत कई मुद्दों को लेकर एक बड़ी सभा करेगी। सीकर आए RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने भाजपा-कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते। सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं। वहीं बिना दूल्हे वाली भाजपा के करीब 12 नेता मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते हैं। उनके सपने भी पूरे नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि इस बार RLP 150 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते। सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने विपक्ष की भूमिका निभा नहीं पा रही है। सदन से लेकर मंत्रियों पर लगे आरोपों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने ही विपक्ष की भूमिका निभाई है। कांग्रेस – भाजपा एक दूसरे से हाथ मिला लेती है। जिसका उदाहरण प्रताप सिंह खाचरियावास का परिवहन को घोटाला है।
बेनीवाल बोले, जनता को पता उनके साथ कौन है
बेनीवाल ने कहा कि जनता को पता है कि 4 साल में विपक्ष की भूमिका किसने निभाई है। जब किसानों के साथ अन्याय हुआ तो सत्ता छोड़कर हनुमान बेनीवाल ही 70 दिन तक दिल्ली बॉर्डर पर बैठा रहा। जब सेना को ठेके पर देने के लिए अग्निपथ योजना लाई गई। तो जोधपुर में बड़ी रैली की गई। जिसमें 2 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। अब इसी महीने चूरू में अग्निपथ योजना समेत तमाम मुद्दों को लेकर बड़ी सभा की जाएगी। जिसमें करीब 3 से 5 लाख युवा और किसान शामिल होंगे।
चुनाव के लिए अब मारवाड़ पूरी तरह से तैयार
बेनीवाल ने कहा कि चुनावों के लिए अब मारवाड़ पूरी तरह से तैयार हो चुका है। शेखावाटी भी चुनाव तक तैयार हो जाएगा। इन चुनावों में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी एक दल को तीसरे नंबर पर धकेल देगी। और बिना दूल्हे वाली भारतीय जनता पार्टी जिसमें करीब 12 नेता मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते हैं। उनके सपने भी पूरे नहीं होने देंगे। राजस्थान में लोकतंत्र नहीं बचा है। अपराध के मामले में प्रदेश 23वें नंबर से पहले स्थान पर आ चुका है।
डेढ़ सौ से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी RLP
बेनीवाल ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजस्थान में डेढ़ सौ से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यदि कहीं आवश्यकता हुई तो गठबंधन भी करेंगे। लेकिन ऐसे दलों और नेताओं को बिल्कुल भी शामिल नहीं किया जाएगा जो कांग्रेस और बीजेपी में पहले शामिल हुए हो। या फिर कई जगह ऐसा लगे कि लोकल दल को शामिल करने से पार्टी को अच्छा फायदा होगा। तो पार्टी गठबंधन करके वहां चुनाव लड़ेगी।