दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार के विंटर एक्शन प्लान के तदर्थ उपायों के क्रियान्वन के बावजूद कल राजधानी सभी क्षेत्रां में खतरनाक प्रदूषण क्यूआई 310 से अधिक रहा, जो ’बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। जिसके कारण जनता को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ। उन्होंने कहा कि आतिशी सरकार द्वारा पहले और दूसरे ग्रेप का चरण लागू करने और “रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ“ अभियान से हवा की गुणवत्ता में कोई फर्क नहीं पड़ा और दिल्ली में धुंध की परत छाने से प्रदूषण दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य में गंभीर समस्याएं हो रही है। यह वास्तव में आश्चर्य की बात है कि अरविन्द केजरीवाल और आप मंत्री दिल्ली की जहरीली हवा के लिए हरियाणा और यूपी जैसे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की बात तो जोर शोर से कर रहे है, जबकि आम आदमी पार्टी शासित पंजाब में पराली जलाने पर कोई “नियंत्रण“ नही कर रहे है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट तक ने चिंता जताई है। दिल्ली में प्रदूषण के लिए मुख्य कारक वाहन प्रदूषण, सड़क, टूटी पटरियों से धूल कण, निर्माण कार्य आदि पर नियंत्रण करने की बजाय “रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ“ जैसे असफल प्रयास जनता के बीच जाकर करके वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में प्रदूषण को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हुई। उन्होंने कहा पिछले 11 वर्षों से राजधानी में प्रदूषण में लगातार बढ़ोत्तरी और सरकार द्वारा करोड़ो रुपये खर्च करने से साफ है कि प्रदूषण रोकथाम की जगह करोड़ों की राशि भ्रष्टाचार की भेट चढ़ रही है। भाजपा और आम आदमी पार्टी सियासत की राजनीति करने की बजाय प्रदूषण रोकथाम के लिए सकारात्मक काम करें। दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि प्रदूषण के खिलाफ जंग लड़ने में केजरीवाल और दिल्ली सरकार बिलकुल भी गंभीर नही है। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल और सिसौदिया ने सीएम आतिशी और अन्य मंत्रियों के साथ दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में टूटी सड़कों का निरीक्षण करके जनता को आश्वासन दिया था कि दीवाली से पहले दिल्ली की सभी सड़कों की मरम्मत करा दी जायेगी, लेकिन अत्यधिक सड़कें अभी भी जर्जर हालत में हैं, जिनसे उड़ने वाली धूल और वाहनों से निकलने वाला धुंआ वायु प्रदूषण को अधिक खतरनाक बना रहा है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि “रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ“ अभियान आम आदमी पार्टी की एक और नौटंकी है, इससे सिग्नलों पर अधिक ट्रैफिक जाम हो रहा है क्योकि मैन चौराहे पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खड़े होने से वाहन चालकों को अधिक परेशानी हो रही है, ट्रेफिक पुलिस को इस ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी डीटीसी जैसी सार्वजनिक परिवहन ध्वस्त होने के कारण जनता इसकी भारी कीमत चुका रही हैं जबकि आम लोगों के लिए डीटीसी परिवहन का मुख्य साधन है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने डीटीसी बेड़े को बढ़ाने की कोशिशत तक नही की। बसें लगातार कम हो रही है और अधिकांश सीएनजी बसों का जीवनकाल समाप्त हो चुका है, जो दिल्ली के वायु प्रदूषण में सहायक साबित हो रही है।