उत्तर प्रदेश : बहराइच हिंसा के बीच क्यों चर्चा में आए ADG अमिताभ यश ?

हाथ में पिस्टल लिए और… गुस्से से लाला हुए.. दौड़ते जा रहे ये अधिकारी… IPS अमिताभ यश है… जो वीडियो में ये कहते सुनाई दे रही है कि… दौड़ाओ… मारो सालों को… ये बात वो किसी फिल्म की शूटिंग में नहीं बल्कि… उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में… आगजनी कर रही भीड़ को रोकने के लिए कह रहे है… पहले अधिकारी ने भीड़ को रोकने की कोशिश की… लेकन जब वो… नहीं मानने तो हाथ में पिस्टल लेकर खुद ही दौड़ पड़े… गुस्से से तिलमिलाए अधिकारी को देख अब आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि…

 

 

बहराइच में हालात कितने संजीदा हैं… कि ADG लॉ एंड आर्डर IPS अमिताभ यश को… खुद.. हाथ में पिस्टल लेकर सड़क पर उतरेना पकड़ा… बहराइच में हुई हिसा के कई वीडियो और फोटोज.. सोशल मीडिया पर वायरल है… जिसमें देखा जा रहा है कि… हजारों की भीड़ ने अस्पताल में आग लगा दी है… कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया गया है… भीड़ को देखकर पुलिस को पीछे हटना पड़ा… लेकिन हिंसा और आगजनी को रोकने के लिए… आसपास के 6 जिलों से फोर्स और pac बुलाई गई है…. हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है… तो चलिए अब आपको बतता हूं कि… अखिर ऐसा क्या हुआ.. कि जो.. बहराइच… कल तक शांत माहौल में था.. वहा अचानक इसतनी हिसां कैसे भड़क गई… दरअसल.. बीते दिन रविवार को.. हरदी इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान… डीजे बजाने को लेकर दूसरे समुदाय से विवाद हो गया… इस दौरान हिंसा भड़क गई… पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई… इसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई… पोस्टमॉर्टम के बाद सोमवार सुबह शव घर पहुंचा तो.. 5-6 हजार की भीड़ इकट्ठा हो गई… लोगों ने शव को लेकर करीब 5 किमी तक यात्रा निकाली… पुलिस ने समझाया तो परिवार शव को घर ले गया… लेकिन लोग वहां से नहीं हटी और उन्होंने आगजनी शुरू कर दी… देखते ही देखते माहौल इतना बिगड़ गया कि… सूबे के मूखिया योगी आदित्यनाथ को… लखनऊ में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करनी पडी.. जिसमें उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती के साथ निपटने के आदेश दिए… साथ ही कहा कि…यदि किसी ने बवाल को लेकर अफवाह फैलाने की कोशिश करे तो… उसे भी सख्ती से निपटेा जाए… आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो.. स्थानीय लोगों की मानों तो.. हर साल इसी रास्ते से जुलूस निकलता था… आज तक इस इलाके में जुलूस या विसर्जन के दौरान कभी हिंसा नहीं हुई.. लेकिन इस बार हिंसा की शुरुआत डीजे पर आपत्तिजनक नारे लगाने की वजह से हुई… आरोप ये भी है कि मृतक रामगोपाल ने एक जगह हरा झंडा उखाड़कर भगवा झंडा फहराया था… जिसके बाद आपत्तिजनक नारेबाजी और तेज हो गई…

 

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है… लेकिन जिस इलाके में नारेबाजी की जा रही थी… वह मुस्लिम बाहुल्य इलाका था… आपत्तिजनक नारेबाजी सुनने के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई… इस घटना में कई लोग घायल हैं… खबर लिखे जाने तक.. 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया.. इस मामले में.. दस लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है… अब्‍दुल हमीद.. सरफराज.. फहीम.. साहिर खान.. ननकऊ और मारफ अली के नाम शामिल हैं.. लेकिन चार आरोपी अज्ञात हैं… अब इसको लेकर भी सियासत हो रही है क्योंकि इसमें किसी भी हिंदू का नाम नही है.. तो यहा भी कार्रवाई में धर्म देखकर FIR करने के आरोप लगाए जा रहा है।

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