शहर के चौक चौराहों पर सुव्यवस्थित फुड जोन, साफ सुथरे खाद्य और व्यवस्थित चौपाटी की रूपरेखा तय करने के साथ साथ किस प्रकार से स्ट्रीट वेंडर्स नियमों का परिपालन करते हुए व्यवसाय कर सकते हैं इसके मद्देनजर भिलाई के सुपेला में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के प्रयास से विगत तीन दिनों से वेंडर्स कार्यशाला का संचालन हो रहा है जिसमें चयनित सैकड़ों स्ट्रीट वेंडर्स प्रशिक्षण ले रहे हैं।
नेस्ले, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया दें रही ट्रेनिंग
विधायक रिकेश सेन ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला में ठेले को साफ सुथरा और कीड़े मकोड़ों से मुक्त रखने, खाद्य पदार्थ के लिए पीने के स्वच्छ पानी का प्रयोग करने, गर्म व ठंडे खाद्य के लिए उचित तापमान व्यवस्था, ठंडे तापमान पर रखे जाने वाले खाद्य पदार्थों का उचित भंडारण, अलग-अलग चोपिंग बोर्ड, चाकू का उपयोग, साफ कपड़े या वर्दी की वेशभूषा, छींकने, खांसने या वाशरूम के बाद हाथ धोकर ही भोज्य प्रबंध, बीमार होने की स्थिति में खाना बनाने या परोसने का कार्य न करने, बर्तन आदि को पोंछने स्वच्छ कपड़े का प्रयोग, खाद्य कचरे के निपटारे के लिए अलग एवं ढके हुए कूड़ेदान का प्रयोग जैसी स्ट्रीट वेंडर के लिए अनेक उपयोगी और ध्यान रखने योग्य बातों की जानकारी और ट्रेनिंग इस कार्यशाला में नेस्ले एफएसएसएआई टीम द्वारा दी जा रही है।
नीति-नियमों का पालन कर सुगम व्यवसाय में ग्रोथ के भी दिए जा रहे टिप्स
श्री सेन ने बताया कि कार्यशाला में वेंडर्स को यह भी बताया जा रहा है कि किस प्रकार उनको नियमों का परिपालन करते हुए
अपनी दुकान व व्यवसाय की ग्रोथ करनी है। उनका जो कानूनी अधिकार है, यह सभी बातों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि स्ट्रीट वेंडर्स तमाम बातों और सावधानियों को ध्यान रखते हुए सुगम ढंग से व्यवसाय कर सकें। वैशाली नगर विधानसभा में पाँच सौ से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स हैं जो चाय, इटली, डोसा, गुपचुप, मैगी, पिज्जा, बर्गर, लिट्टी चोखा सहित अन्य खाद्य सामग्रियों को तैयार कर बेचते हैं, इन सभी की कार्यशाला करवानी पड़ी है ताकि न तो भिलाई के लोग इनकी अस्वच्छ खाद्य सामग्रियों का सेवन कर बीमार पड़ें और न ही इनकी शिकायत होने पर निगम इनको व्यवसाय से बेदखल करे। मैंने पहले भी कहा कि विधायक का काम सिर्फ रोड नाली बना देना ही नहीं होता है, समाज को व्यवस्थित करना भी है। ये सभी व्यवसायी और स्ट्रीट वेंडर्स समाज की रीढ़ हैं। अधिकतर होता है कि नगर निगम के लोग या कोई बड़े अधिकारी जो हैं सबसे पहले इन्हें ही टारगेट करते हैं क्योंकि अव्यवस्थित ठेले खोमचे शहर की यातायात व्यवस्था और गुणवत्ताहीन खाद्य की बिक्री कर लोगों के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाते हैं अतः शिकायतों पर अधिकारियों को कार्रवाई करनी पड़ती है। वर्ष 2014 में एक संस्था ने याचिका दायर कर स्ट्रीट वेंडर्स के हक में एक बड़ी लड़ाई लड़ी और परिणाम स्वरूप स्ट्रीट वेंडर्स को भी कानून ने कई अधिकार दिए। इन अधिकारों और नीति नियमों की जानकारी के अभाव में भी बड़ी मुश्किलों का सामना इनको करना पड़ता है। इसलिए मैंने तय किया कि स्ट्रीट वेंडर्स की कार्यशाला की जाए।
दास्तानें, पालीथीन, डस्टबीन और सफाई को लेकर स्पेशल ट्रेनिंग मिली-स्ट्रीट वेंडर्स
इस कार्यशाला में वैशाली नगर विधानसभा के लगभग पौने तीन सौ स्ट्रीट वेंडर्स भाग ले चुके हैं जिसमें ठेले को साफ सुथरा रखना, वेंडर को कैसे साफ सफाई से रहना है, नाखून कटे होने चाहिए, आपको कैसे दस्ताने का यूज करना है, पॉलीथिन का यूज कैसे नहीं करना है यह सभी बताया गया है। डस्टबिन के व्यवस्थित प्रयोग जैसे विषयों पर बातचीत हुई और साफ सफाई कितना मायने रखता यह भी समझाया गया। व्यवसाय को बढ़ाने कैसे सोशल मीडिया की आवश्यकता पड़ सकती है इन तमाम बातों के लिए इन्हें ट्रेंड किया गया है। विधायक सेन ने बताया कि कार्यशाला के लिए नेस्ले कंपनी का हमने सहयोग लिया। नेस्ले कंपनी ने सीएसआर मद के तहत कार्यशाला का खर्च उठाया है। खाद्य विभाग और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा ज्वाइन करने वाले वेंडर्स को एक सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है जिसके आधार पर इन्हें वेंडर्स लायसेंस भी प्रदान किया जाएगा। साथ ही वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में व्यवसाय के लिए इन्हें गुमटी भी दी जा सकेगी। प्रयास यह भी होगा कि जो एक्चुअल स्ट्रीट वेंडर हैं, इस सर्टिफिकेट के माध्यम से जिन लोगों ने ट्रेनिंग ली है, उन्हें ही गुमटी दी जाए।
वास्तविक लोगों को ही होगा आबंटन, किराया वसूली का गोरख धंधा होगा बंद
अमूमन इसके पहले देखा जाता रहा है कि जो पार्षद होते थे, जो नेता होते थे, जो पहले साडा सदस्य होते थे, बाहुबली लोग पाँच-दस गुमटी खुद रख लेते थे और इनको किराए पर देते थे। मेरे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि वैशाली नगर विधानसभा में पाँच सौ ऐसे लोगों को चिन्हित कर पाया हूँ जिन्होंने प्रापर ट्रेनिंग ली है और स्ट्रीट वेंडर्स के रूप में ऐसे वास्तविक और परिपक्व लोगों को गुमटी आबंटन होगा। निगम के दुकान की योजना या गुमटी योजना या प्रधानमंत्री रोजगार की योजना के तहत अगर हमको सबसे पहले किसी को लाभ दिलाना है तो यही स्ट्रीट वेंडर, जो रजिस्टर्ड किए गए हैं। स्ट्रीट वेंडर्स के लिए सारे नियम लागू किए जाएंगे जिससे उनके ग्राहक भी बढ़ेंगे और इनकी दुकान या गुमटियां अपडेट होंगी जिससे जो ग्राहक आएंगे उनको साफ सुथरा और स्वस्थ फूड मिल सकेगा और संक्रामक बीमारियों का ख़तरा भी खत्म होगा।