उत्तर प्रदेश : SSP ने थाने में मारा छापा, सायरन की आवाज सुनकर दीवार कूदकर भागे इंस्पेक्टर, भ्रष्टाचार के आरोप में FIR दर्ज

इंस्पेक्टर फरीदपुर रामसेवक ने यह सोचा भी नहीं था कि वह जिस थाने का कोतवाल है, उसी थाने में उस पर भ्रष्टाचार का केस लिखा जायेगा। दरअसल, बीते दिन गुरुवार को जब एसपी साउथ मानुष पारीक व सीओ फरीदपुर गौरव सिंह ने छापा मारा तो इंस्पेक्टर को भनक तक नहीं लगी, लेकिन अफसरों की गाड़ी देखते ही उसे आहट हो गई, जिसके कारण वह थाने की दीवार फांदकर पिछले रास्ते से भाग निकला। रामसेवक की पीलीभीत जिले के एक भाजपा के वरिष्ठ नेता से नजदीकी है, जहां इंस्पेक्टर का आना जाना भी था। इन्हीं नेता की पैरवी में वह पूर्व में पीलीभीत में तैनात रहा है।

 

दरअसल, 31 अक्टूबर 2023 को रामसेवक को पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर फरीदपुर बनाया गया। वह पीलीभीत में इससे पहले तैनात रहे। पिछले साल दूसरे जिले से बरेली में ट्रांसफर होकर आए। जहां 31 अक्टूबर 2023 को तत्कालीन एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने पुलिस लाइन में तैनात रामसेवक को फरीदपुर थाने का चार्ज दिया। पिछले दस माह से रामसेवक इंस्पेक्टर फरीदपुर में थे, जिसमें रामसेवक ने थाने में सभी चौकी इंचार्ज और दरोगाओं को साइड लाइन कर दिया। अपनी सुरक्षा में तैनात हमराम समेत पांच सिपाहियों को अपना खास बना लिया।

 

फरीदपुर बरेली देहात में कस्बे का महत्वपूर्ण थाना है। यहां ड्रग्स का काम होता है। जिससे भी इंस्पेक्टर की टीम के आदमी उठाकर ले आए फिर वसूली का खेल शुरु होता। इंस्पेक्टर की राजनीतिक पहुंच भी बताई जा रही है। जिसमें भाजपा नेता का बेटा भी इंस्पेक्टर को रिश्तेदार बताते।

 

मुखिबर की सूचना पर पहुंचे थे SSP

एसएसपी अनुराग आर्य को गुरुवार दोपहर को मुखिबर से सूचना मिली की पुलिस ने स्मैक तस्कर पकड़े हैं, मोटी रकम लेकर उन्हें छोड़ दिया। जिसके बाद एसएसपी ने एसपी दक्षिण मानुष पारीक व सीओ गौरव तत्काल मौके पर भेजा। यह सूचना थाने के ही पुलिसकर्मी ने ने उच्च अधिकारियों को दी। सूचना सटीक दी गई कि इंस्पेक्टर ने दो आरोपियों को छोड़ दिया, पैसे का लेनदेन इंस्पेक्टर के आवास पर हुआ है। एक आरोपी हवालात में बंद है, उसने पैसे नहीं दिए। जिसके बाद हवालात में बंद युवक से जब एसपी दक्षिण मानुष पारीक और सीओ ने पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बता दी।

 

एक दिन में दो आरोपियों को छोड़ने पर 7 लाख वसूले गए, तो समझ जाइए थाने में महीने की वसूली कितनी हो रही थी। फरीदपुर थाना लखनऊ हाईवे पर है, ऐसे में एसपी दक्षिण ने अपने स्टाफ को देहात क्षेत्र में जाने के लिए कहा। यह नहीं बताया कि गाड़ी कहां पहुंचनी है। कहा कि देहात में चलना है। फरीदपुर में पहुंचते ही गाड़ी थाने में दाखिल हुई। जैसे ही फरीदपुर थाने में एसपी दक्षिण मानुष गाड़ी से उतरे तो पहरे पर तैनात सिपाही से पूछा कि इंस्पेक्टर कहां है। इस पर सिपाही ने कहा कि इंस्पेक्टर साहब आवास हैं। लेकिन इंस्पेक्टर भनक लगते ही दीवार फांदकर भाग निकला। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर के करीबी सिपाही ने अफसरों की गाड़ी देख ली। थाने के कई सिपाहियों की भूमिका की जांच चल रही है।

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