उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पुलिस कमिश्नर ने घूसखोरी के मामले में बिल्हौर के 2 दरोगा को सस्पेंड किया है। जबकि इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश दिए है। मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर तक पहुंचने के बाद ये कार्रवाई की गई है। इस मामले में पुलिस कमिश्नर का कहना है कि पुलिस कर्मियों के खिलाफ वसूली और घूसखोरी की शिकायत मिली तो उनके खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा। FIR दर्ज करके जेल भेजने की भी कार्रवाई की जाएगी।
ये था मामला
दरअसल, बिल्हौर थाना क्षेत्र के जानकी पैलेस गेस्ट हाउस के सामने विजय कटियार के गल्ले की गोदाम की दीवार काट कर उर्द मूंग की 11 बोरी चोरी की वारदात को अज्ञात चोरों ने अंजाम दिया था। बिल्हौर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो CCTV कैमरे चेक करते हुए गल्ला व्यापारी धनीराम और उनके बेटे राजू तक पहुंच गई। पुलिस ने राजू के गोदाम से साढ़े पांच कुंतल दाल बरामद कर ली। पुलिस ने पिता पुत्र को हिरासत में लिया और चोरों की तलाश शुरू की, चोर तो नहीं मिले लेकिन सब इंस्पेक्टर दिलीप कुमार और अंकुर मलिक ने राजू को छोडऩे के बदले 38 हजार रुपये का सौदा कर लिया। घूस मिलने पर दोनों को बगैर किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया।
रखी गई थी 1 लाख की डिमांड
पुलिस को धनीराम के परिवार ने जानकारी दी कि उनके बेटे को छोडऩे के लिए 38 हजार रुपये लिए हैं। अभी 1 लाख रुपए की और डिमांड की जा रही है। नहीं तो पुलिस ने गल्ला व्यापारी पिता-पुत्र को जेल भेजने की धमकी दी है। शिकायत मिलने पर डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह ने जांच शुरू की। शिकायत की पुष्टि होने पर डीसीपी ने अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को दी। पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद शुक्रवार रात को दोनों घूसखोर दरोगाओं को सस्पेंड कर दिया गया।