उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में बीमार चल रहे भोगांव थाना क्षेत्र के ग्राम छिवकरिया निवासी सब इंस्पेक्टर की आगरा में इलाज के दौरान मौत हो जाने से हड़कंप मच गया है। इससे पहले सब इंस्पेक्टर का इलाज मेदांता में चल रहा था। सब इंस्पेक्टर की मौत के बाद परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि इलाज में विभागीय मदद न मिलने से दारोगा की मौत हुई है।
दरअसल, बीते दिन रविवार को पुलिस ने दारोगा के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। 48 वर्षीय सत्येंद्र पाल यादव वर्तमान में शहर की हरिपुरम कालोनी में रह रहे थे। उनकी तैनाती जनपद हाथरस के एक थाने में थी।
दारोगा पिछले कई दिनों से वह बीमार चल रहे थे। जिनका इलाज मेदांता में इलाज करा रहे थे। शनिवार को परिजन मेदांता से आगरा के एक अस्पताल में उपचार के लिए लेकर पहुंचे थे। वहां देर रात इलाज के दौरान सत्येंद्र पाल का निधन हो गया। मृतक दारोगा का बेटा अभिषेक यादव भी फतेहगड़ में सिपाही के पद पर पोस्टेड है। परिजनों का आरोप है कि मृतक का इलाज रुपयों के अभाव में नहीं हो पाया। विभाग की ओर से मिलने वाली मदद समय से नहीं मिल सकी। फिलहाल, घटना की कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है।