महोबा जिले में जनपद ललितपुर में तैनात होमगार्ड की सातवें चरण में जनपद गाजीपुर से चुनाव ड्यूटी के बाद वापस लौटते समय रास्ते में खाना खाने के बाद हालत बिगड़ने पर सहकर्मियों द्वारा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत नाजुक होने पर तैनात डॉक्टरों ने जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज झाँसी रेफर कर दिया। रेफर के दौरान रास्ते मे होमगार्ड की मौत हो गई। सूचना पर सीओ सहित कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचे और मृतक के शव का पंचनामा भरकर पीएम को भेज अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है।
दरअसल, ये मामला जिला अस्पताल परिसर का है जहां जनपद गाजीपुर से लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के मतदान में लगी ड्यूटी करने के बाद निर्धारित बस में सवार होकर जनपद ललितपुर में तैनात होमगार्ड भरोसे लाल सहकर्मियों का साथ वापस ललितपुर लौट रहा था। बताया जाता है कि महोबा जिले के कबरई कस्बा स्थित एक ढाबे में खाना खाने के बाद अचानक राम भरोसे की हालत बिगड़ गई जिसे सहायक कंपनी कमांडर मोहम्मद बशीर द्वारा इलाज के लिए सीएचसी कबरई में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत में सुधार न होने पर डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत नाजुक होने पर तैनात डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर सीओ दीपक दुबे कोतवाली पुलिस के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
जनपद ललितपुर के मिदरवाहा निवासी भरोसेलाल अहिरवार (56) होमगार्ड के पद पर तैनात था। लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में मतदान कराने के लिए जनपद गाजीपुर गया था। सातवें चरण में लोकसभा चुनाव ड्यूटी करने के बाद निर्धारित रोडवेज बस में सवार होकर सहकर्मियों का साथ घर वापस लौटते समय अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया। जहां से मेडिकल कॉलेज झांसी ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। चुनाव ड्यूटी से लौट रहे होमगार्ड की मौत से पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना पर पहुंचे सीओ दीपक दुबे की मौजूदगी में कोतवाली पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।