राहुल गांधी : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा है कि चीन ने हिंदुस्तान की हज़ारों किलोमीटर ज़मीन छीन ली है। प्रधानमंत्री इस बात को नकार कर झूठ बोल रहे हैं, ये लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ये बातें लिखी हैं । उन्होंने इस पर लिखा कि, लद्दाख के कोने-कोने में गया और युवाओं से, माताओं-बहनों से, ग़रीब लोगों से बात की। राहुल गांधी बीते एक सप्ताह से लद्दाख की अपनी यात्रा पर थे। शुक्रवार को उनकी लद्दाख यात्रा संपन्न हो गई।
इसके बाद उन्होंने एक्स पर लद्दाख के लोगों को संबोधित करते हुए लिखा है कि, दूसरे नेता हैं जो सिर्फ़ अपने मन की बात करते हैं, मैं आपके मन की बात सुनना चाहता हूं। इस स्वागत और मोहब्बत के लिए, लद्दाख को बहुत बहुत धन्यवाद।उन्होंने लद्दाख के मुद्दे आने वाले दिनों में उठाने का भरोसा वहां के लोगों को दिलाया है। उन्होंने लिखा है कि, लद्दाख के मुख्य मुद्दे हैं। यहां के लोगों की राजनीतिक आवाज़ दबाई जा रही है। रोज़गार के लिए सरकार के सभी वादे झूठे निकले और मोबाइल नेटवर्क और हवाई सुविधा की कमी। अगली सदन में, इन सभी मुद्दों को संसद में उठाऊंगा।
लद्दाख बेरोजगारी का एपिसेंटर बन गया है
राहुल गांधी ने कारगिल में एक सभा को भी संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि लद्दाख बेरोजगारी का एपिसेंटर बन गया है। यहां सेलफोन का कवरेज और कम्युनिकेशन का सिस्टम नहीं है। लद्दाख में एयरपोर्ट है, लेकिन यात्री विमान नहीं आता है। मैं संसद के अगले सत्र में लद्दाख के लोगों के मुद्दे उठाउंगा।
राहुल ने कहा कि लद्दाख में सोलर एनर्जी की कोई कमी नहीं है। भाजपा के लोग आपकी जमीन आपसे लेना चाहते हैं । वे अडाणी के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट यहां लगाने चाहते हैं और उसका फायदा यहां के लोगों को नहीं देना चाहते। हम यह सब कभी नहीं होने देंगे।
लद्दाख की यात्रा करना मेरे दिल में था
राहुल गांधी ने कारगिल में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ महीने पहले, हम भारत जोड़ो यात्रा के तहत कन्याकुमारी से कश्मीर तक के लिए चले थे।
इसका मकसद देश में भाजपा और RSS द्वारा फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़ा होना था। यात्रा से जो संदेश निकला वह यह था कि – ‘नफरत के बाजार में हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मुझे खुद यह देखने को मिला है। यात्रा के दौरान मैं लद्दाख नहीं जा सका था। लद्दाख की यात्रा करना मेरे दिल में था और इस बार मैंने इसे मोटरसाइकिल से पूरा किया है।