झुंझुनूं : एसएफआई के जिला महासचिव सचिन चोपड़ा ने बताया कि भीलवाड़ा में नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार कर जलती भट्टी में जिंदा जला देने के विरोध में छात्र संगठन एसएफआई ने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि दोषियों के खिलाड़ी तुरंत कारवाही करते हुए उन्हें फांसी की सजा दी जाए।
एसएफआई के जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर ने बताया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है।महिलाओं के ऊपर अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे है परंतु मुख्यमंत्री महोदय कभी सरकार बचाने में कभी सरकार दुबारा बनाने में लगे हैं ।अगर मुख्यमंत्री महोदय से गृह मंत्रालय नही संभल रहा तो किसी और को सौंप देना चाहिए।
एसएफआई के जिला उपाध्यक्ष अनीश धायल ने बताया कि इस प्रकार की घटनाएं पूरे देश को झकझोर कर देने वाली है।एक नाबालिग लड़की को बलात्कार कर देने के बाद जिंदा जला देना इंसानियत के नाम पर धब्बा है।प्रदेश में ऐसी घटनाए होना प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है।
एसएफआई के तहसील महासचिव अभिषेक बड़जात्या ने बताया कि जल्द से जल्द परिवार को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कपिल चोपड़ा ने बताया कि यदि जल्द ही दोषियों को सजा नही दी गई तो छात्र संगठन एसएफआई उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर होगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
इस दौरान छात्रसंघ महासचिव साहिल कुरेशी, छात्रसंघ सयुंक्त सचिव निकिता शर्मा, तहसील महासचिव अभिषेक बड़जात्या, कॉलेज कमेटी अध्यक्ष उपेंद्र सिंह, कॉलेज कमेटी महासचिव अंकित गर्वा, मोहित सिंह, अमित शेखावत शिशियां, अमान चौहान, साबिर भाटी, मिर्जा, पंकज किरोड़ीवाल, अंकित कांटीवाल, विकाश जेदिया, विष्णु नायक, आशीष प्रचार, रामनिवास गुर्जर, समीर भाटी, सुमित सैनी, संजय दूत, छात्रसंघ सयुंक्त सचिव सीता खत्री, काजल मनीषा, अनामिका आदि उपस्थित रहे।