हरियाणा : हरियाणा के नूंह में जलाभिषेक यात्रा के दौरान भड़की हिंसा की आग बुधवार को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में भी पहुंच गई है। रघुवीर कॉलोनी और गांव मंझावली में बने धार्मिक स्थल पर करीब 70 असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। पथराव कर एक जगह धार्मिक स्थल के दरवाजे व शीशे तोड़ दिए। दूसरी जगह अंदर रखी धार्मिक किताबें व स्पीकर को चुरा ले गए। इससे गांवों में डर और तनाव का माहौल है। घटना की सूचना के बाद दोनों जगह पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है।
रघुवीर कॉलोनी में स्थित शिव पार्वती मंदिर से कुछ ही दूरी पर धार्मिक स्थल बना हुआ है। मंगलवार की देर रात को 40 से 50 असामाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया। धार्मिक स्थल का मुख्य दरवाजा सहित अंदर के शीशे के दरवाजे व खिड़कियों को ईंट-पत्थरों से तोड़ दिया। धार्मिक स्थल के केयर टेकर राज मोहम्मद का कहना है कि रात के समय एक लड़का रहता है। सभी असामाजिक तत्वों ने मुंह ढका हुआ था और हमला कर दिया। धार्मिक स्थल के बाहर लगा बिजली का मीटर भी उखाड़ दिया।
इस घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस के आने के बाद सभी असामाजिक तत्व मौके से फरार हो गए। घटना के बाद से धार्मिक स्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। वहीं कुछ लोग तो बात करना भी नहीं चाहते है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि अगर समय पर पुलिस नहीं आती तो कोई बड़ी घटना भी घटित हो सकती थी। घटना के बाद से दो पुलिसकर्मी धार्मिक स्थल के पास तैनात कर दिए है।
मंझावली गांव के धार्मिक स्थल पर भी हुआ हमला
गांव मंझावली की सरपंच रेखा रानी ने बताया कि मंगलवार की रात को अचानक से करीब 70 से 80 असामाजिक तत्व धार्मिक स्थल पर आ गए। जिन्होंने धार्मिक स्थल के अंदर रखी किताबे व अन्य जरूरी सामान लेकर फरार हो गए।उनमें से कुछ असामाजिक तत्व गांव के है, तो कुछ बाहर से आए थे। सभी ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ था। गांव में अभी माहौल शांति प्रिय है, लेकिन गांव वासियों ने डर लगा हुआ है कि दोबारा से ऐसी कोई घटना ना हो जाए इसको लेकर थाना तिगांव प्रभारी दलबीर का कहना है कि गांव में शाति बनी हुई है। घटना के बाद से पुलिसकर्मी की की ड्यूटी को लगा दिया गया है। उनके द्वारा समय समय पर फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है।
गांव मंझावली की सरपंच रेखा रानी ने बताया कि मंगलवार की रात को अचानक से करीब 70 से 80 असामाजिक तत्व धार्मिक स्थल पर आ गए। जिन्होंने धार्मिक स्थल के अंदर रखी किताबे व अन्य जरूरी सामान लेकर फरार हो गए।उनमें से कुछ असामाजिक तत्व गांव के है, तो कुछ बाहर से आए थे। सभी ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ था। गांव में अभी माहौल शांति प्रिय है, लेकिन गांव वासियों ने डर लगा हुआ है कि दोबारा से ऐसी कोई घटना ना हो जाए इसको लेकर थाना तिगांव प्रभारी दलबीर का कहना है कि गांव में शाति बनी हुई है। घटना के बाद से पुलिसकर्मी की की ड्यूटी को लगा दिया गया है। उनके द्वारा समय समय पर फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है।