झुंझुनूं : मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस भी सड़क पर उतर आई है। बुधवार को घटना के विरोध में झुंझुनूं में कांग्रेसियों की ओर से पैदल मार्च निकाला गया। इससे पहले कार्यकर्ता अंबेडकर पार्क पर एकत्रित हुए। वहां से सामूहिक रूप में शांतिपूर्वक जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर मणिपुर में शांति बहाली की मांग की। जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा ने कहा कि भाजपा राज में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे है। मणिपुर में विगत महीनों से हिंसा और महिलाओं के साथ अत्याचार का सिलसिला चल रहा है। भाजपा सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। बहन बेटियां की सम्मान की बात करने वाले प्रधानमंत्री आज मणिपुर हिंसा पर चुप्पी साधे बैठे है। देश की जनता सब देख रही है। इसका जवाब जरूरी देगी।
पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया ने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर भाजपा सरकार चुप्पी साधे बैठी है। बीते ढाई महीने से लागातार हिंसा हो रही है। इसमें अभी तक कई लोगों की जान जा चुकी है। महिलाओं के साथ बर्बरता की हद पार की जा रही है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले रोजाना सामने आ रहे है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री मूकदर्शक बनकर बैठे हुए है।
इस दौरान जिला प्रभारी राम सिंह कस्वा, सह प्रभारी मालचंद राजपुरोहित, आईदान भाटी, बुहाना प्रधान हरिकृष्ण यादव, पीसीसी सदस्य सलीम सीगड़ी, रणजीत चंदेलिया, गिडानिया ब्लॉक अध्यक्ष सुमेर महला, झुंझुनूं ब्लॉक अध्यक्ष अजमत अली, पूर्व सभापति खालिद हुसैन, पूर्व जिलाध्यक्ष सज्जन मिश्रा, हज कमेटी के सदस्य रियाज फारुकी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार राठी, सिंघाना चेयरमैन विजय कुमार, मण्डावा चेयरमैन नरेश सोनी, नवलगढ चेयरमैन शोएब खत्री, कैलाश चोटियां, महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष तेजस्वनी शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश मेघवाल, पीसीसी सचिव ताराचंद सैनी,
संजय सैनी, यक्ष पाल, राजकुमार फौजी, मेहर कटारिया, महावीर यादव, शिशराम, संत कुमार भामू, शंकर कपुरिया, सुरेंद्र सैनी, संजय सैनी, एनएसयूआई के राहुल जाखड़, राहुल कुमास, जाकिर झुंझुनू वाला, भीखा भाई, मीनू सैनी समेत अन्य शामिल हुए।