सीकर : सीकर की कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बीते दिनों शहर में हुई छह लाख के जेवरात की लूट के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी रिश्ते में जीजा-साला है। जो साधु के भेष में लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। फिलहाल कोतवाली पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
शहर कोतवाल CI पवन कुमार चौबे ने बताया कि 7 जुलाई को बनवारी लाल निवासी रामपुरा बाईपास ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह अपने भाई के गोदाम से घर की तरफ जा रहा था। इसी दौरान पैदल चलते वक्त एक सफेद स्विफ्ट डिजायर कार आई। कार में एक ड्राइवर था और एक अन्य कोई शख्स साधु के भेष में था। जिन्होंने बनवारी लाल को अलवर के रास्ते के लिए पूछा। गाड़ी में बैठे साधु ने बनवारी लाल को प्रसाद बोलकर हाथ में पाउडर दिया। जो कुछ देर बाद ही लिक्विड बन गया। इसके बाद दोनों लोगों ने उसके हाथों की अंगूठियां और सोने की चेन निकाल ली। आरोपियों ने जो पाउडर दिया था उससे 10 मिनट तक बनवारी लाल का दिमाग भी संतुलित नहीं रहा। आरोपी वहां से फरार हो गए।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। आरोपियों के आने-जाने का रूट पता लगाया। सबसे पहले पुलिस ने आरोपियों की तलाश में करीब 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जिसके बाद अब भिवानी क्षेत्र से मामले में दो आरोपी दीवाननाथ उर्फ सुनील (22) निवासी भिवानी और उसके जीजा अर्जुननाथ (27) निवासी जयपुर ग्रामीण को गिरफ्तार किया है। साथ ही घटना के दौरान काम में ली गई स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी बरामद की है। अबतक की पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है कि दोनों आरोपी अपने पास प्रसाद और बभूत के नाम पर जो पाउडर रखते हैं उनमें क्लोरोफॉर्म जैसे नशीले पदार्थ मिला देते हैं। जिससे कि उसे सूंघने मात्र से ही इंसान बेहोश हो जाता है। या फिर उसका दिमाग संतुलित नहीं रहता है। दोनों आरोपी पहले ऐसी कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
कांस्टेबल दलीप और दिनेश ने 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक किए
आरोपी की गिरफ्तारी में कोतवाल पवन कुमार चौबे के अलावा एएसआई तूफान सिंह और कॉन्स्टेबल दलीप, दिनेश और श्यामलाल की अहम भूमिका रही। घटना के बाद से ही लगातार कांस्टेबल दलीप और दिनेश ने पूरे रूट के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। आरोपियों के आने-जाने के रास्तों का पता लगाया। फिलहाल अब पुलिस दोनों आरोपियों से बरामदगी के प्रयास जारी है।