झुंझुनूं-सूरजगढ़ : भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र राय की जयंती को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रुप में मनाया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल

झुंझुनूं-सूरजगढ़ : आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में धरती पर मानव के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सकों के सम्मान में जगदेव सिंह खरड़िया के नेतृत्व में देश के प्रसिद्ध चिकित्सक, महान स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र राय की जयंती को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रुप में मनाया। इस अवसर पर हिंदी भाषा के प्रबल समर्थक रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न पुरुषोत्तम दास टंडन और महिला क्रांतिकारी वनलता दास गुप्ता को भी उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का महत्व बताते हुए आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने कहा- भारत के प्रख्यात चिकित्सक, शिक्षाविद्, स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र राय की जयंती के उपलक्ष में 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इस दिन देशभर में चिकित्सकों के सम्मान में बहुत से कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं और डॉ. बिधान चंद्र राय को भी याद किया जाता है। विधान चंद्र राय महात्मा गांधी के आंदोलन से जुड़े हुए स्वतंत्रता सेनानी और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे। उनकी जयंती और पुण्यतिथि 1 जुलाई को ही मनाई जाती है।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा सुभाष चन्द्र बोस की पत्नी और बेटी के लिए बनाए गए सहायता ट्रस्ट के अध्यक्ष बिधान चंद्र राय थे। स्वतंत्रता के बाद उनको केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि मैं चिकित्सा के माध्यम से समाज सेवा में ज्यादा खुश रहूंगा। लेकिन 1948 में महात्मा गांधी के कहने पर वह पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बने। बिधान चंद्र रॉय का मानना ​​था कि स्वराज तब तक एक सपना ही रहेगा जब तक लोग मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और मजबूत नहीं होंगे। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने जादवपुर टीबी अस्पताल, चित्तरंजन सेवा सदन, कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल , विक्टोरिया इंस्टीट्यूशन (कॉलेज) और चित्तरंजन कैंसर अस्पताल की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

1926 में रॉय द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए चितरंजन सेवा सदन खोला गया। सामाजिक कार्यकर्ता जगदेव सिंह खरड़िया और राजपाल फौगाट ने कहा- राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर प्रत्येक भारतीय को उन कुशल चिकित्सा विशेषज्ञों पर गर्व महसूस करना चाहिए जो अपने देश के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं।कोविड-19 महामारी के दौरान चिकित्सा कर्मचारियों ने वीरतापूर्ण साहस दिखाते हुए लोगों के जीवन को बचाया। डॉक्टर देश के सैनिक हैं, जो सीमाओं पर नहीं लड़ते हैं बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने और जीवन प्रत्याशा में सुधार करने के लिए समर्पित रूप से काम करते हैं।

मानव स्वास्थ्य के प्रति उनका योगदान अपेक्षाओं से परे है। आम जनता की सुरक्षा के लिए वे हमेशा कोविड-19, डिजीज एक्स, प्लेग, फ्लू, एड्स, इबोला और अन्य जैसी महामारी की स्थिति पर प्रतिक्रिया देने वाले पहले व्यक्ति होते हैं। समाज को स्वस्थ बनाने में डाक्टरों की मुख्य भूमिका है। इस मौके पर युवा जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय मील, आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी, वीर तेजाजी विकास संस्थान के अध्यक्ष जगदेव सिंह खरड़िया, शिक्षाविद् राजपाल फौगाट, रणवीर सिंह ठेकेदार, कमल भाटी, दिनेश, अंजू गांधी, अमित जांगिड़ आदि अन्य लोग मौजूद रहे।

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