झुंझुनूं-खेतड़ी : केसीसी प्रोजेक्ट की नई सुरक्षा एजेंसी द्वारा सुरक्षाकर्मियों को हटाने के विरोध में आज पहली पारी के सभी सुरक्षा गार्डों ने कार्य बहिष्कार किया और हड़ताल पर बैठ गए। धरने पर बैठे सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि नई सुरक्षा एजेंसी एक एसओ, एक एएसओ, किराए पर लगी दो गाड़ी और सात ड्राइवरों को हटाकर उनके स्थान पर फील्ड अधिकारी सिविल लगाने की कोशिश कर रही है। जिसका वे विरोध कर रहे है।
सुरक्षा गार्डों के कार्य बहिष्कार करने की सूचना पर केसीसी मैनेजमेंट के अधिकारी मौके पर पहुंचे और सुरक्षा एजेंसी और सुरक्षा गार्डों से समझाइश की। तीन घंटे बाद सुरक्षा गार्ड काम पर वापस लौट गए। अब एक बार फिर मैनजेमेंट और सुरक्षा गार्डों के बीच मीटिंग होगी।
सुरक्षा गार्ड राजवीर सिंह ने बताया कि केसीसी और कोलिहान खदान में पहले साइबर प्रहरी सुरक्षा एजेंसी सुरक्षा देख रही थी। जिसमें 176 सुरक्षा गार्ड काम करते है। शनिवार सुबह छह बजे से दिल्ली की नई सुरक्षा एजेंसी जुपिटर प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस ने पूर्व में कार्यरत एसओ, दो एएसओ, दो गाड़ी, सात वाहन चालकों को हटा रही है। और उनके स्थान पर फील्ड अधिकारी सिविल लगाने की बात कही जा रही है। जिस पर केसीसी और कोलिहान में कार्यरत सभी सुरक्षा गार्ड कंपनी के मैन गेट के सामने धरने पर बैठ गए।
सुरक्षा गार्डो के कार्य का बहिष्कार सूचना पर केसीसी मैनेजमेंट के आरएस सज्वाण मौके पर पहुंचे और सुरक्षा गार्ड और जुपिटर प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस के अधिकारियों से वार्ता कर समझाने का प्रयास किया। वार्ता में जुपिटर प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस के अधिकारियों ने दोनों एएसओ को रखने और फील्ड अधिकारी एक्स सर्विस मैन लगाने पर सहमति जताई। इसके अलावा एसओ, वाहन चालक व गाड़ियों को लेकर शाम को एक और वार्ता रखी, जिस पर सहमति बनने पर करीब तीन घंटे बाद सुरक्षा कर्मी कार्य पर गए।
इस मौके पर सुपरवाईजर राजवीर, महेंद्र, मोतिलाल, अमरसिंह, सुरक्षा गार्ड करणसिंह, रामजस, भगवती प्रसाद, सुरेंद्र, सवाई सिंह, रामौतार, गोपाल शर्मा, गोरिशंकर, मुलसिंह, कैलाशचंद, सतपाल, धर्मपाल, अमिलाल यादव, रामजीलाल, छाजूराम, ईश्वासिंह, सत्यपाल, ओमप्रकाश, सुरेंद्रसिंह, जगराम, कन्हैयालाल, रामेश्वर, कवंरसिंह सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।