हरियाणा : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह और पहलवानों के बीच शुरू हुए विवाद के बाद पहलवानों के बीच जुबानी दंगल जारी है। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त और विनेश फोगाट सोशल मीडिया पर एक-दूसरे से भिड़ गए। एक के बाद एक वीडियो व पोस्ट के जरिए दोनों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए।
इसकी शुरुआत योगेश्वर की एक वीडियो से हुई। योगेश्वर ने प्रदर्शन करने वाले छह पहलवानों को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति की तरफ से ट्रायल में दी गई छूट पर आपत्ति जताई। पहलवानों से पूछा- क्या आंदोलन इसके लिए ही हुआ था। उन्होंने इसे कुश्ती के लिए काला दिन भी करार दिया।
वीडियो सामने आने के बाद विनेश फोगाट ने एक पोस्ट शेयर कर योगेश्वर को समाज का जयचंद करार दे दिया। कहा, कुश्ती जगत को आपका बृजभूषण की तरफदारी करना हमेशा याद रहेगा। जब तक कुश्ती में योगेश्वर जैसे जयचंद रहेंगे, यकीनन जालिमों के हौसले बुलंद रहेंगे।
इसके बाद योगेश्वर ने रात आठ बजे एक और वीडियो जारी कर विनेश पर पलटवार किया। कहा, खाप और किसान संगठन खिलाड़ियों के बहकावे में आकर उन्हें समर्थन देने पहुंचे थे, लेकिन अब सच्चाई जानकर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
यह सरासर गलत, बाकी खिलाड़ी फैसले के खिलाफ आवाज उठाएं : योगेश्वर
वीडियो में योगेश्वर ने कहा कि उनको नहीं पता कि आईओए ने ट्रायल लेने के क्या मापदंड अपनाए हैं। अगर ऐसे ही ट्रायल लेने हैं तो रवि दहिया ओलंपिक के मेडलिस्ट हैं। दीपक पूनिया भी पदक विजेता हैं और ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहे थे। अंशु मलिक विश्व चैंपियनशिप की सिल्वर मेडलिस्ट व ओलंपियन हैं। सोनम मलिक हैं। नके अलावा भी बहुत से पहलवान हैं, जो इस देश में नंबर वन हैं। ऐसे में इन छह पहलवानों को ट्रायल में छूट देना, समझ से बाहर है। यह सरासर गलत है। ऐसा तो आज तक जो पहले पैनल रहे थे, किसी ने भी नहीं किया था। बोले-जितने भी पहलवान हैं वह इस फैसले के खिलाफ अपनी आवाज जरूर उठाएं।
इतिहास में कभी भी किसी फेडरेशन ने ऐसे फैसले नहीं किए हैं। छूट उसी को दी गई जो आउटस्टैंडिंग (असाधारण) पहलवान था और वर्तमान में जिसने अच्छा प्रदर्शन किया था। यह पहलवान तो एक साल से भी ज्यादा समय से मैट से दूर हैं।
महिला पहलवानों के नाम बृृजभूषण व मीडिया को योगेश्वर ने लीक किए : विनेश
पहलवान विनेश ने लिखा, योगेश्वर दत्त का वीडियो सुना तो उनकी वह घटिया हंसी दिमाग में अटक गई। वह महिला पहलवानों के लिए बनी दोनों कमेटियों के हिस्सा थे। जब कमेटी के सामने महिला पहलवान अपनी आपबीती सुना रही थीं तो योगेश्वर बहुत घटिया तरीके से हंसने लगे थे….कहने लगे कि कुछ न बिगड़े बृजभूषण का। एक पहलवान को बड़े भद्दे तरीके से बोला कि यह सब तो चलता रहता है। इसको इतना बड़ा इश्यू मत बनाओ। कमेटी की बैठक के बाद योगेश्वर ने महिला पहलवानों के नाम बृजभूषण और मीडिया को लीक कर दिए। कई पहलवानों के घर फोन करके यह भी कहा कि अपनी लड़की को समझा लो।
सारा कुश्ती जगत समझ गया था कि योगेश्वर बृजभूषण की थाली का जूठा खा रहे हैं।
विनेश ने कहा, समाज से गद्दारी के कारण ही दो बार चुनाव में औंधे मुंह गिर चुके योगेश्वर को मैं चैलेंज करती हूं कि कभी जिंदगी में चुनाव नहीं जीतेंगे, क्योंकि समाज जहरीले नाग से हमेशा सावधान रहता है। उसे कभी पैर नहीं लगने देता।
वीडियो में कहा-फेडरेशन किसका नजदीकी है, इस बात का सभी को पता है
योगेश्वर दत्त ने रात को वीडियो जारी कर कहा, फेडरेशन किसका नजदीकी है, इस बात का सभी को पता है। आरोप लगाया कि 2018 एशियन गेम्स में भी विनेश को बिना ट्रायल फेडरेशन ने खेलने के लिए भेजा था। वर्ष 2017 इंडोर एशियन गेम्स में 48 किलो भारवर्ग में विनेश का चयन हुआ, लेकिन उसने 53 किलो भारवर्ग में खेलने की जिद की। फेडरेशन ने 53 किलो भारवर्ग में ही खेलने भेजा। विनेश बेवजह सही-गलत के सर्टिफिकेट न बांटें। विनेश ने अपने पति के मामा प्रकाश दहिया को कोच बताकर प्रदेश सरकार से 25 लाख रुपये की अवॉर्ड मनी दिलवाई थी, जबकि कोच महाबीर फोगाट थे।कुछ दिन पहले रात को कुछ कोच और खिलाड़ी आए और उनके धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करने की बात कही, लेकिन मैंने मना कर दिया।
पूछा-चुनाव में हार-जीत से सही-गलत के मायने निकलते हैं तो बृजभूषण शरण सिंह के बारे में क्या कहेंगी, जिन्होंने छह बार चुनाव जीता हैं।
यह है मामला : छह पहलवानों को दी गई ट्रायल में छूट
भारतीय ओलंपिक संघ के विशेष पैनल ने विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा को न सिर्फ शुरुआती ट्रायल में हिस्सा लेने से छूट दी है, बल्कि उनसे वादा किया है कि वह 5 से 15 अगस्त के बीच होने वाले ट्रायल के विजेताओं से ही भिड़ेंगे। ये सभी पहलवान बृजभूषण के खिलाफ 18 जनवरी से प्रदर्शन कर रहे थे।