बीकानेर-खाजूवाला : गैंगरेप पीड़िता को अस्पताल लाने वाला कार ड्राइवर गिरफ्तार:तीन अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया, मुख्य आरोपी अब भी फरार

बीकानेर-खाजूवाला : खाजूवाला में युवती के साथ गैंगरेप और मर्डर मामले में पुलिस ने उस कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने घटनास्थल से अस्पताल तक पहुंचाया। पुलिस उसकी भूमिका की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि वो भी मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई का दोस्त है।

दरअसल, दलित युवती को 19 जून दोपहर 12 बजे खाजूवाला के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। आरोपी दिनेश जिस कार से आया था, उसे राकेश नामक युवक चला रहा था। पुलिस ने राकेश को गुरुवार को ही हिरासत में ले लिया था। ज्यादा दबाव बनने पर उसे शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। राकेश की इस पूरे घटनाक्रम में भूमिका का पता लगाया जा रहा है। राकेश के अलावा ओमप्रकाश, जस्सू और कपिल नामक दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। इन तीनों की भूमिका स्पष्ट होने पर गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल इन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। इसमें एक पर कमरे में सफाई करने और ताला लगाने का आरोप है। जिसकी छानबीन की जा रही है।

इसी घर में पीड़िता के साथ रेप हुआ। जो जस्सू नाई ने किराए पर ले रखा है।
इसी घर में पीड़िता के साथ रेप हुआ। जो जस्सू नाई ने किराए पर ले रखा है।

इस घटना को लेकर खाजूवाला सहित छत्तरगढ़ और दंतौर कस्बा भी शुक्रवार को बंद रहा। पीड़ित पक्ष और भाजपा की कमेटी के साथ कई दौर की बातचीत हुई। अंत में पीड़ित पक्ष के साथ अलग से बंद कमरे में वार्ता हुई। संभागीय आयुक्त नीरज के पवन, कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, आईजी ओम प्रकाश, एसपी तेजस्वनी गौतम ने मृतका के परिजनों को आश्वासन दिया कि परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी दी जाएगी। नियमानुसार जो भी मुआवजा बनता है, जल्दी ही दिया जाएगा।

दोषी के खिलाफ कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। आईजी ओम प्रकाश ने मामले की जांच विचाराधीन होने के कारण पूर्व एसएचओ अरविंद सिंह शेखावत को निलंबित कर दिया है। उनका तबादला पिछले दिनों खाजूवाला से चूरू किया गया था। सिपाही मनोज को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। तीन दिन के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने और की गई कार्रवाईयों के बाद परिजन अंत्येष्टि के लिए मान गए और शाम को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी मृत युवती का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। बर्खास्त कांस्टेबल मनोज व कार चालक राकेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीन अन्य आरोपी ओमप्रकाश, कपिल और जस्सू को हिरासत में लिया है।

इससे पूर्व घटना के विरोध में शुक्रवार को खाजूवाला का बाजार नहीं खुला। लोग सुबह दस बजे मोर्चरी के बाहर एकत्रित होने लगे। आस-पास की मंडियों के अलावा अनूपगढ़, घड़साना, रावला से भी काफी संख्या में लोग धरने पर पहुंचे हैं। भाजपा की कमेटी के सदस्य एससी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल, प्रदेश प्रवक्ता व विधायक अनीता भदेल और जोधपुर नगर निगम महापौर वनीता सेठ भी सुबह खाजूवाला पहुंचे और धरने में शामिल हुए। इस कमेटी ने पुलिस अधिकारियों से मीटिंग भी की। पीड़ित परिवार से भी बातचीत की और घटना की जानकारी ली। आंदोलन के चलते खाजूवाला को छावनी में तब्दील कर दिया गया। भारी मात्रा में आरएएसी और पुलिस बल तैनात किया गया। घटना का जायजा लेने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग से शालिनी रस्तोगी और नेहा गुप्ता भी पहुंची।

अब तक चार हिरासत में

पुलिस हिरासत में अब चार लोग हैं। इसमें कपिल, जस्सू, ओमप्रकाश और कॉन्स्टेबल भागीरथ है। इन चारों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। जस्सू नाई ने उक्त मकान किराए पर ले रखा था, जिसमें ये पूरा घटनाक्रम हुआ।

मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित
एसपी तेजस्वनी गौतम ने गैंगरेप और हत्या के मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है। उसने अपना फोन भी बंद कर लिया है, जिससे उसकी लोकेशन भी पुलिस पता नहीं लगा पा रही है। दूसरे आरोपी पुलिसकर्मी मनोज कुमार को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है। उसकी निशानदेही पर बिश्नोई के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। तीसरे नामजद आरोपी भागीरथ के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। केस में अन्य दो-तीन आरोपियों का भी पता नहीं चला है। एसआईटी में शामिल एएसपी सुनील कुमार, दीपक शर्मा, अंजुम कायल, सीओ विनोद कुमार, आरपीएस प्रकाश चंद्र, सीआई मनोज शर्मा की टीम ने आरोपी घटना स्थल, अस्पताल सहित विभिन्न ठिकानों से सबूत जमा किए। दिनेश बिश्नोई की फरारी में मदद करने वालों की धरपकड़ की जा रही है।

पीड़ित परिवार के सदस्यों से बातचीत में सहमति हो गई है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिसकर्मी की भी गिरफ्तारी होगी। मृतका के परिजनों को सरकार के नियमों के तहत मुआवजा राशि दी जाएगी।

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