झुंझुनूं-खेतड़ी : सौगात : खेतड़ी में शुरू हुई पैंथर सफारी, अतिथियों को नजर आया पैंथर, तीन घंटे का रहेगा समय

झुंझुनूं-खेतड़ी : विश्व पर्यावरण दिवस पर झुंझुनूं जिले को बड़ी सौगात मिली है। खेतड़ी में पैंथर सफारी की शुरुआत कर दी गई। इससे यहां खुली जिप्सी में पैंथर सहित अन्य वन्य जीवों का दीदार किया जा सकेगा। अभयारण्य में 18 पैंथर मौजूद हैं। खेतडी बांशियाल वन्य जीव अभयारण्य में जंगल सफारी का वर्चुअल उद्घाटन सोमवार सुबह जयपुर के अल्बर्ट हॉल से वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने किया। खेतड़ी के अभयारण्य क्षेत्र के समदेडा पार्क में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जितेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। अध्यक्षता कैप्टन गज सिंह ने की। उद्घाटन के बाद सभी अतिथियों ने जंगल सफारी का लुत्फ उठाया। इस दौरान एक एनीकट के पास उन्हें पैंथर भी दिखाई दिया।

यह रहेगी टिकट दर

यहां 605 रुपए देशी पर्यटक के लिए, 975 रुपए विदेशी पर्यटक के लिए और 525 रुपए विद्यार्थी के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है। बुकिंग के लिए ईमित्र काउंटर भी स्थापित किया गया है। वन विभाग की साइट पर ऑनलाइन बुकिंग की भी व्यवस्था की गई है।

यह रहेगा समय

सफारी का समय 1 अप्रेल से 30 जून तक सुबह 6 से 9 बजे तक एवं शाम को 4 से 7 बजे तक का रहेगा है। एक अक्टूबर से 31 जनवरी तक सुबह 7 से 10 बजे तक तथा अपराह्न में 3 से शाम 6 बजे तक। एक फरवरी से 31 मार्च तक सुबह 6.30 बजे से 9.30 बजे तक और अपराह्न में 3.30 बजे से शाम 6.30 बजे का समय रहेगा। इसके अलावा 1 जुलाई से 30 सितंबर तक वर्षा ऋतु में सफारी बंद रहेगी।

ऐतिहासिक दिन, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

मुख्य अतिथि डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज का दिन खेतड़ी के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। हमारे क्षेत्र के लोगों की कई दिनों से पर्यटन के मानचित्र पर नाम जोड़ने की मांग थी, वह कार्य आज पूर्ण हो गया। अब अलसीसर, मंडावा, झुंझुनूं जाने वाले देसी-विदेशी पर्यटक खेतड़ी भी आएंगे और यहां के बांशियाल – खेतड़ी वन्य जीव अभ्यारण का अवलोकन करेंगे। इससे क्षेत्र में विकास व रोजगार के आयाम बढेंगे। उन्होंने विधायक कोष से 35 लाख रुपए की राशि समदेडा तालाब के जीर्णोद्धार व अभ्यारण के वन्यजीवों के लिए पेयजल स्रोत विकसित करने के लिए देने की घोषणा की।

दस लोगों का किया सम्मान

समदेडा तालाब परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उपस्थित लोगों को मुख्य अतिथि ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलवाई। इस मौके पर पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 लोगों का सम्मान किया गया। इनमें गोपाल कृष्ण शर्मा, विजय कुमार फगेड़िया, केसर देवी शिक्षण संस्थान सिगनोर, अरुण शर्मा पचलंगी, बूंटी माकडो, सरपंच ग्राम पंचायत डाडा फतेहपुरा, जगदीश गुर्जर बांसियाल, रोहिताश गुर्जर तिहाड़ा, रमाकांत वर्मा खेतड़ी, सेव कल्चर सोसायटी नवलगढ़ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

पांच पर्यटक वाहनों का हो चुका है पंजीयन

उप वन संरक्षक राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया इस वन्य जीव अभ्यारण पर अब तक 7 करोड़ 40लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। इस अभ्यारण में 14 वाहन लगेंगे। इनमें प्रतिदिन दो पारियों में 7-7 वाहन कार्य करेंगे। इसके लिए अब तक पांच वाहनों का पंजीयन हो चुका है। इसके अतिरिक्त 31 कार्मिक अलग-अलग स्थान पर तैनात किए हैं।

यह वन्यजीव देख सकेंगे

बांशियाल वन्य जीव अभ्यारण्य में वर्तमान में पैंथर, चिंकारा, नीलगाय, जंगली सूअर, जरख, गीदड़, सेही, बिज्जू, खरगोश लोमड़ी, जंगली बिल्ली सहित विभिन्न प्रकार के पक्षी मौजूद है। जंगल सफारी में पर्यटक इन वन्यजीवों का दीदार कर सकेंगे।

यह रहे मौजूद

कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर जेपी गौड़, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक देवेंद्र चौधरी, उप वन संरक्षक राजेंद्र कुमार हुड्डा, नगर पालिका अध्यक्ष गीता देवी सैनी, पूर्व प्रधान बजरंग सिंह चारावास, लीलाधर सैनी, गोकुल चंद सैनी, ग्यारसी लाल गुर्जर, संजय देव गुर्जर, महेंद्र लोयल विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम का संचालन रमाकांत वर्मा ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संयोजक क्षेत्रीय वन अधिकारी विजय कुमार फगेड़िया ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला।

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