हरियाणा-सोनीपत : पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर संघर्षरत महिला पहलवानों के समर्थन में रविवार को सोनीपत के मुंडलाना गांव के स्टेडियम में महापंचायत हुई।
इस दौरान मंच से पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि जब हम जनता के बीच में आते हैं, नई ऊर्जा मिलती है। जनता का सहयोग ही हमारी ताकत है। आज हमारी बेटियां टूटी हुई हैं। 28 मई की घटना पर पुनिया ने कहा कि आप लोगों ने आने की कोशिश की लेकिन आप नहीं आ पाए पुलिस ने आपको रोका। अलग-अलग होकर जीत नहीं पाएंगे। सभी संगठनों से अपील है कि एक हो जाएं। हम एक महापंचायत रखेंगे, उसमे बड़ा फैसला करेंगे। तीन-चार दिन में पहलवानों की पंचायत का स्थान व समय आपको बता दिया जाएगा।
वहीं किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यव्रत मलिक भी मंच पर मौजूद रहे। महापंचायत भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की तरफ से आयोजित की गई थी।
गांव मुंडलाना में पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में प्रदेश के साथ ही पंजाब व उत्तर प्रदेश के किसान संगठन व उनके पदाधिकारी व सदस्य पहुंचे। इसके लिए चार एकड़ में पंडाल लगाया गया। पंचायत में पहलवानों के साथ ही अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई।
पंडाल में मंच पर पहलवान साक्षी मलिक, विनेश व बजरंग पूनिया के साथ ही पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, किसान गुराम चढूनी, जयंत चौधरी, चंद्रशेखर के बैठने की व्यवस्था की गई थी। दूर दराज से आए किसानों व किसान नेताओं के लिए सुबह से ही भंडारा भी लगाया।
राष्ट्रीय नेशनल लोकदल के सिवालखास से विधायक गुलाम मोहम्मद में मुंडलाना में पंचायत से पहले कहा कि बेटियों की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। आज पंचायत में बेटियों के हक में बड़ा फैसला लेंगे। सरकार को चाहिए था कि बेटियों के आवाज उठाते ही उन्हें न्याय दिया जाता, लेकिन केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। अब बृजभूषण के खिलाफ ठोस निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बृजभूषण के बयान बेशर्मी भरे हैं। आम आदमी पर अगर पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज होता है तो उसे तुरंत जेल में डाल दिया जाता है। उसके उलट बृजभूषण पर कार्रवाई नहीं कर कानून का गला घोंटा जा रहा है। इस तरह का मौका नहीं मिलना चाहिए। बेटियों के शिकायत करते ही उसे पद से हटाकर उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थे। उसे जेल में डालना चाहिए। जितनी देर हुई इसका खामियाजा सरकार को भुगतना होगा।
राष्ट्रीय लोकदल के हाथरस के सादाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रदीप चौधरी उर्फ गुड्डू ने कहा कि वह पहलवानों के समर्थन में मुंडलाना में हो रही महापंचायत में शामिल होने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे हैं। केंद्र सरकार पहलवानों की मांगों की अनदेखी कर रही है। सरकार महिला पहलवानों को न्याय नहीं दिलवाना चाहती। महिला पहलवानों को न्याय दिलवाने के लिए इस महापंचायत में जो भी फैसला लिया जाएगा, वह मंजूर किया जाएगा। यौन शोषण के आरोपी एवं सांसद बृजभूषण शरण सिंह के सवाल पर उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह ने बेशर्मी के सभी हदें पार कर दी है। आरोप लगते ही उनको भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाना चाहिए था और गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। बेटियों से अन्याय अस्वीकार्य है।
न्याय नहीं मिला तो हम घोड़े लेकर आएंगे : बाबा अमन सिंह
मुंडलाना में आयोजित महापंचायत में पहुंचे निहंग बाबा अमन सिंह ने कहा कि महापंचायत में अभी अच्छे दृश्य देखने को मिलेंगें। पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो हम घोड़े भी लाएंगे। फौज और शस्त्र भी लाएंगे। साथ ही लंगर भी लगाया जाएगा। पहलवानों को बादाम खिलाकर और तगड़ा किया जाएगा। इतना तगड़ा कर देंगे कि पहलवान उन्हें खींच कर ले जाएंगे। पहलवान वैसे भी इतने तगड़े होते हैं कि मैदान में झंडे लहरा देते हैं। पंचायत हमारे साथ है और सहयोग की जरूरत है। इनके बुजुर्गों ने जिस तरह हमारा किसान आंदोलन में साथ दिया है, उसी तरह हम पहलवानों का भी साथ देंगे। सरकार कितनी ही शक्तिशाली हो, कानून सबके लिए बराबर है। उन्होंने कहा कि अगर आज पंजाब वाले हरियाणा वालों के साथ खड़े होंगे तो कल हरियाणा वाले भी पंजाब वालों के साथ खड़े होंगे। यह न्याय और सच की लड़ाई है और सच की हमेशा जीत होती है। हमारी पहलवानों से अपील है कि वह एकत्रित होकर एकजुटता दिखाएं। आज पहलवानों को देश के हर प्रदेश से साथ की जरूरत है। माहौल को खराब न किया जाए। गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, तभी पहलवान अपनी कुश्ती लड़ सकेंगे। हमारा साथ पहलवानों के साथ रहेगा।
मुंडलाना में हुई समर्थन पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज की पंचायत सहयोग के लिए बुलाई गई है। सभी की मांग थी कि इसमें ठोस निर्णय लिए जाएं। हमारे मन में था कि जैसे बीजेपी ने हमें संसद में जाने से रोका, उसी प्रकार उन्हें भी गांवों में घुसने से रोक दें, जैसें उन्होंने हमारी बहन बेटियों को घसीटा है, उसी प्रकार उन्हें भी घसीटते हुए बाहर निकाल दें, लेकिन हमें अनुशासन में रहना है।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन खिलाड़ियों का है, हम उनके सहयोगी हैं। हम उन्हें आश्वासन देते हैं कि अगर यह खिलाड़ी यह कहें कि जंतर मंतर पर जाकर सिर कटवाना है तो हम कटवा देंगे, पीछे नहीं हटेंगे। इसका फैसला हम खिलाड़ियों पर छोड़ते हैं। वह जो भी निर्णय लेंगे, हम उनके साथ हैं।
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज की पंचायत में कोई भी निर्णय इसलिए नहीं लिया जा रहा कि पहलवान बजरंग पूनिया ने सभी को एक मंच पर लाकर फैसला लेने की बात कही है। हम उनका समर्थन करते हैं। चढूनी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मशीनों का प्रयोग कर न जाने कैसे चुनाव जीत जाते हैं।
निष्पक्ष तरीके से चुनाव लड़ा जाए और एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खड़े हों और दूसरी तरफ हमारे पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक खड़े हों तो जीत सत्यपाल मलिक की होगी। उन्होंने कहा कि न्याय के लिए सडक़ से लेकर संसद तक लड़ाई लडऩी होगी। इसके लिए सभी को एक मंच पर एकत्रित होना होगा। बिना एकजुट हुए न्याय नहीं मिलेगा।