जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- राजस्थान सरकार सोच-समझकर फैसले करती है। देश में हर सरकार और भारत सरकार भी कर्ज के पैसे पर चल रही है। कर्जा लेकर विकास करना बुरी बात नहीं है। कर्जा लेकर ही काम होते हैं। वर्ल्ड बैंक फिर किसलिए बना हुआ है? या जो मॉनिटरिंग होती है वो किसलिए होती है?
गहलोत ने यह कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। मोदी ने अजमेर की सभा में गहलोत की फ्री स्कीम्स और गारंटी वाली योजनाओं को दिवाला निकालने वाला बताया था।
गुरुवार शाम को जयपुर में सड़कों और आरयूबी के वर्चुअल शिलान्यास लोकार्पण समारोह में गहलोत ने कहा- बिना भारत सरकार की परमिशन के राज्य सरकारें एक लाख रुपए का भी कर्ज नहीं ले सकती। जब पूरा कंट्रोल भारत सरकार के पास है, तो फिर दिवालिया कैसे हो सकता है? मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगा, कल भी वे कुछ कह कर गए थे। जो गारंटी दी जा रही है, दिवालिया कैसे हो सकता है बता दीजिए आप।
मोदी पीएम बने तब 55 लाख करोड़ कर्जा था
गहलोत ने कहा- 2014 में जब मोदी पीएम बनकर आए थे तब 55 लाख करोड़ कर्जा था। आज वह 155 लाख करोड़ का हो गया है। इसको हम क्या कहेंगे? कर्जा अगर विकास के लिए लिया जाता है, पैरामीटर्स के तहत लिया जाता है, इसके लिए एफआरबीएम एक्ट बना हुआ है। उसके पैरामीटर को ध्यान में रखकर कर्ज लिया जाता है। बिना भारत सरकार की परमिशन के कोई कर्जा ले नहीं सकता। भारत सरकार अनुमति तभी देती है जब राज्य उसके पैरामीटर पर खरे उतरते हैं। चुनाव आते हैं तो इस तरह भाषण होते हैं। यह चलता रहेगा। हमारा भी प्रबंध शानदार है। उसके आधार पर शानदार फैसले हो रहे हैं और हम आगे बढ़ते रहेंगे।
रेवड़ियां तो कल MP सरकार ने बांटे हैं
गहलोत ने कहा- हमारी इतनी बड़ी घोषणाएं हुई हैं। काम बहुत हैं, लेकिन कुछ लोग इन्हें रेवड़ियां बताते हैं। आप बताइए रेवड़ियां कैसे हुई? रेवड़ियां तो कल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साड़ी बांटने और पता नहीं क्या-क्या देने की घोषणा की है। हमारी यहां तो जो भी स्कीम बनती है वह परमानेंट बन रही है। चाहे सोशल सिक्योरिटी की स्कीम हो या 25 लाख का चिरंजीवी बीमा या दूसरी स्कीम। ये सब पक्की स्कीम हैं। हमारे यहां तो जो स्कीम एक बार बन जाती है वह स्थायी है और आगे इन्हें और मजबूत करेंगे।
महंगाई को देखते हुए छूट दे रहे हैं, ये आगे भी रहेंगी
गहलोत ने कहा- हम महंगाई को देखते हुए लोगों को छूट दे रहे हैं। यह छूट वन टाइम नहीं है। ये स्कीम्स केवल चुनावों को देखकर नहीं बनाई है। अब चुनाव का समय देखकर कई लोग इस तरह के भाषण देंगे। उन्हें हम माइंड नहीं करते। राजस्थान का वित्तीय प्रबंधन शानदार है, जिसकी लोग तारीफ करते हैं।
गहलोत ने कहा- राजस्थान चहुंमुखी विकास कर रहा है। शिक्षा में राजस्थान कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान देश में नंबर वन है। सोशल सिक्योरिटी हमारा मकसद है। हम लगातार सोशल सिक्योरिटी पर जोर देंगे। हो सकता है आज जो 500 की पेंशन है, वह आगे 1500 और 2000 रुपए हो जाए।
राजस्थान में गुजरात से अच्छी सड़कें
गहलोत ने कहा- पहले सड़कों के मामले में गुजरात का उदाहरण दिया जाता था। अब राजस्थान गुजरात से सड़कों के मामले में किसी भी मामले में कम नहीं है। हम सड़कों के मामले में गुजरात से आगे ही हैं। राजस्थान का पर्सेप्शन बदला है। कोविड में हमारा वक्त बर्बाद हुआ, फिर भी अच्छा काम हुआ है।
राजस्थान में अच्छे ठेकेदारों की कमी नहीं
गहलोत ने कहा- अच्छा लगा कि ठेकेदारों की हड़ताल खत्म हो गई। हड़ताल खत्म करना जरूरी था। यह काम हमारी पार्टी और सरकार के लिए जरूरी था। चुनाव का समय है। टेंडर प्रक्रिया जल्दी कीजिए और काम कीजिए। राजस्थान में अच्छे ठेकेदारों की कमी नहीं है। अच्छा काम काम करते हैं।