जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : महिला पहलवान बेटियों को घसीटकर गिरफ्तार करने के विरोध में गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने कलेक्ट्रेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। संयुक्त किसान मोर्चा के एडवोकेट बजरंग लाल ने बताया कि बडे ही शर्म की बात है कि देश के लिए मैडल लाने वाली बेटियों को सड़कों पर घसीटा जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा की केंद्र सरकार आरोपियों का समर्थन कर रही है, यह देश की जनता के लिए अस्वीकार्य है। संयुक्त किसान मोर्चा इन घटनाओं से बेहद विचलित हैं। जिन बेटियों ने देश का गौरव बढ़ाया आज उनके साथ राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के इशारे पर केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत क्रूरता के साथ व्यवहार किया जा रहा है।
रामचंद्र कुल्हरि कहा कि जिस तरीके से महिला पहलवानों पर लाठियां बरसाई गई और उनके साथ जबरदस्ती की गई। संयुक्त किसान मोर्चा बेटियों के साथ खड़ा है। बेटियों के साथ अन्याय किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जल्द ही रणनीति बनाकर आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस दौरान सहीराम बलौदा, रामस्वरूप गजराज, सहदेव कस्वा, फूलचंद बुडानिया, अशोक मांजू, लीलाधर डिगरवाल, कै. मोहनलाल, रामलाल डूडी, जगमाल सिंह रणजीत सिंह एडवोकेट, धर्मपाल बंशीवाल, यूनुस अली भाटी, घासीराम सोऊ, धर्मपाल डारा, बूटी राम मोटसरा, सुभाष चन्द्र, बीरबल स्वामी, ओंकार मल कुलहरी, बनवारी लाल जाट, राजेन्द्र बेनीवाल, नरोत्तम शर्मा एडवोकेट, महेंद्र बाबल, महावीर सिंह, कुलदीप बुगालिया, ओमप्रकाश तेतरवाल, रोहिताश एडवोकेट, लीलाधर पारिडिया, कैप्टन जयसिंह, रणधीर सिंह झाझड़िया, लेखराम कालेर, अजीज अहमद, उदय नायक आदि मौजूद रहे। विरोध प्रदर्शन के बाद मोर्चा की ओर से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
ये प्रमुख मांग केंद्र सरकार महिला पहलवानों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपने धरना जारी रखने की अनुमति दे महिला पहलवानों के साथ क्रूरता के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार कर, तेजी से चार्जशीट दाखिल करने और अभियोजन के लिए उनकी हिरासत में पूछताछ की जाए पहलवानों पर बनाये केस रद्द किये जायें