हरियाणा-कैथल : जन संघर्ष मंच हरियाणा के बैनर तले महिलाओं, मजदूरों व किसान संगठनों ने स्थानीय छोटूराम चौंक करनाल रोड पर 28 मई को महिला पहलवानों व उनके समर्थकों पर मोदी सरकार द्वारा दिल्ली पुलिस के माध्यम से दमन किए जाने के विरोध में जोरदार रोष प्रदर्शन किया

हरियाणा-कैथल : आज जन संघर्ष मंच हरियाणा के बैनर तले महिलाओं, मजदूरों व किसान संगठनों ने स्थानीय छोटूराम चौंक करनाल रोड पर 28 मई को महिला पहलवानों व उनके समर्थकों पर मोदी सरकार द्वारा दिल्ली पुलिस के माध्यम से दमन किए जाने के विरोध में जोरदार रोष प्रदर्शन किया और मोदी सरकार व दिल्ली पुलिस का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपराधी बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने और उसकी संसद सदस्यता रद्द करने, महिला पहलवानों व उनके समर्थकों पर दर्ज मुकदमे रद्द करने तथा महिलाओं का बर्बरतापूर्वक दमन करने वाले पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों को हरियाणा के प्रांतीय अध्यक्ष फूल सिंह, महासचिव सुदेश कुमारी, चन्द्ररेखा, उषा कुमारी, मजदूर नेता जोगिंदरसिंह, किसान नेता भूरा राम , होशियार सिंह गिल , बलराज आदि ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने कहा कि 28 मई को न्याय की लड़ाई लड़ रही महिला पहलवानों के बुलावे पर दिल्ली में नई संसद भवन के पास महिला सम्मान महापंचायत का आयोजन किया जाना था। महापंचायत में जाने से रोकने के लिए शांतिपूर्वक मार्च कर रही महिला पहलवानों उनके समर्थकों को मोदी-अमित शाह सरकार की शह पर दिल्ली पुलिस ने सभी हदें पार कर दी। इस न्याय पूर्ण संघर्ष को कुचलने की कोशिश की। देश की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इन संघर्षशील बेटियों को दिल्ली की सड़कों पर बुरी तरह से पीटा गया, घसीटा गया, उनकी छाती बूट़ों से रौंदी गई , इन बेटियों की इज्जत को तार-तार किया गया, इस दुखद व शर्मनाक घटना की कड़े शब्दों में निंदा की।

मंच महासचिव सुदेश कुमारी ने कहा कि जंतर मंतर पर गत 23 अप्रैल से इंसाफ के लिए धरना दे रहे महिला पहलवानों की एक ही मुख्य मांग थी कि यौन शोषण करने वाले भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करके सजा दिलवाई जाए लेकिन पिछले 36 दिनों से मोदी सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की। जब इन महिला पहलवानों ने महिला सम्मान महापंचायत बुलाई तो उनके जनतांत्रिक मौलिक अधिकार को बुरी तरह से कुचला गया। उनको जमीन पर गिरा कर पुलिस के जवानों ने बर्बरता पूर्वक घसीट कर अपने शिकंजे में कस लिया। हिरासत में ले लिया । उनके धरने पर लगे हुए टेंट पुलिस ने उखाड़ दिए और उनके सामान को पुलिस उठाकर ले गई। इस बर्बरता को देखकर हर न्याय प्रिय भारतीय की आंखें नम हो गई और देश की महिलाओं के मुंह से बरबस निकला लानत है, लानत है ऐसी मोदी सरकार को। एक तरफ न्याय मांग रही बेटियो को गिरफ्तार किया गया वहीं दूसरी तरफ यौन अपराधी बृजभूषण शरण सिंह नई संसद के उद्घाटन के समय संसद में हाजिर होकर मोदी मोदी के नारे लगाकर इन बेटियों का उपहास कर रहा था, यह महिलाओं के घोर अपमान और उनके मान सम्मान के उपहास की पराकाष्ठा है, जिसकी जन संघर्ष मंच हरियाणा कड़े शब्दों में निंदा करता है। मोदी सरकार ने दिल्ली को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया और डबल इंजन की सरकार हरियाणा और यूपी की पुलिस ने भी दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी और अपने-अपने प्रांतों में जिला स्तर पर महिलाओं को महापंचायत में किसी भी सूरत में न पहुंचने के लिए दमनकारी कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि यह उस दिन हुआ जिस दिन देश के प्रधानमंत्री मोदी ने नई संसद का उद्घाटन किया। वे एक तरफ देश की संसद का उद्घाटन कर रहे थे और दूसरी तरफ लोकतंत्र की हत्या की जा रही थी।

बड़े दुख की बात है कि जिस अपराधी बृजभूषण शरण सिंह को जेल में होना चाहिए था मोदी सरकार के राज में वह 28 मई को नई संसद में हाजिर होकर बेटियों का उपहास उड़ा रहा था और दूसरी तरफ बेटियां बिलख रही हैं और उनके ऊपर मोदी अमित शाह की पुलिस फर्जी संगीन धाराओं में उनके ऊपर दंगा करने, सरकारी काम में बाधा डालने आदि संगीन धाराओं पर झूठे पर्चे दर्ज कर रही थी। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक है कि यौन अपराधी पर एफ आई आर दर्ज करवाने के लिए भी बेटियों को सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाना पड़ता है। पुलिस और सरकार कोई सुनवाई नहीं करती। यह दोहरा आचरण देश की बेटियां सहन नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि यौन अपराधी बृजभूषण को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उसकी संसद सदस्यता रद्द की जाए, बेटियों पर कहर बरपाने वाले, उनको जमीन पर गिरा कर बूटों से रोंदने वाले पुलिस अफसरों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, न्याय के लिए जंतर मंतर पर धरना देने के उनके मौलिक पर हमला बंद किया जाए।

जन संघर्ष मंच हरियाणा के राज्य प्रधान कामरेड फूल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार यौन अपराधी बृजभूषण शरण सिंह को सरंक्षण देकर और न्याय की मांग कर रही महिला पहलवान बेटियों का दमन करके घृणित काम किया है। इसे बिलकुल भी सहन नही किया जाएगा। सरकार की तानाशाही की हद हो गई है। महिला महापंचायत में शामिल होने वाले किसानों मजदूरों महिलाओं को उनके घरों में ही कैद किया गया, उन्हें दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए कुरुक्षेत्र की ट्रेन रद्द कर दी गई और किसी तरह मंच के साथी उषा अपने जत्थे के साथ धरने पर जंतर मंतर पहुंची तो उन्हें भी महिला पहलवानों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि जनता को ऐसा नया भारत और अमृतलाल नहीं चाहिए जिसमें मोदी सरकार के सांसद बृजभूषण शरण सिंह देश की बेटियों की इज्जत तार तार कर रहे हों और सरकार ऐसे अपराधी को सरंक्षण दे रही हो।और न्याय मांग कर रही बेटियों का पुलिस बर्बरतापूर्वक दमन कर रही हो।
जारी कर्ता- कामरेड फूल सिंह राज्य प्रधान जन संघर्ष मंच हरियाणा

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