हरियाणा-कैथल : जिला कैथल के विभिन्न गांवों के मनरेगा मजदूरों ने मनरेगा काम दिलवाए जाने व अन्य समस्याओं का समाधान हेतु अपनी मांगो का ज्ञापन जिला उपायुक्त को दिया

हरियाणा-कैथल : आज जिला कैथल के विभिन्न गांवों के मनरेगा मजदूरों ने मनरेगा काम दिलवाए जाने व अन्य समस्याओं का समाधान करवाए जाने के लिए मनरेगा मजदूर यूनियन के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन करके उपायुक्त कार्यालय पर धरना दिया और ज्ञापन के माध्यम से मनरेगा मजदूरों की मांगों को पूरा करने की मांग की। आज के धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान कामरेड जोगिंदर सिंह और मंच संचालन सचिव कामरेड सुनहरा सिंह ने किया। प्रदर्शन से पूर्व हनुमान वाटिका में सभा की गई। धरना प्रदर्शन में महासचिव सोमनाथ और सलाहकार कामरेड फूल सिंह ने भी भाग लिया। जिला उपायुक्त ने मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया है।

का० फूल सिंह और महासचिव सोमनाथ ने केंद्र व हरियाणा की मजदूर व महिला विरोधी सरकार का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह सरकार मनरेगा मजदूरों को काम न देकर खिलवाड़ कर रही है। इस वर्ष के दो महीने बीत गये हैं परंतु काम नहीं दे रही है। जीरी रोपाई का सीजन शुरू होने वाला है और उस समय ये काम निकाल देंगे, यह मजदूरों के साथ धोखा है। यूनियन मजदूरों के साथ धोखा होने नहीं देगी। ‌उन्होंने 28 मई को दिल्ली में महिला पहलवानों पर मोदी सरकार के निर्देश पर दमन किये जाने और झूठे केस दर्ज करने की कड़ी निंदा की और अपराधी बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की भी मांग की।

कामरेड जोगिंदर सिंह ने कहा कि काम की मांग करने के बावजूद जिला कैथल के अधिकांश मजदूरों को पिछले 6 महीने से मनरेगा काम नहीं दिया जा रहा है और मौजूदा वित्तीय वर्ष के भी 2 महीने बीत चुके हैं लेकिन अब भी मजदूरों को मनरेगा काम नहीं दिया जा रहा है। मजदूर जब बीडीपीओ कार्यालय में जाते हैं तो एबीपीओ कहते हैं कि हम तुम्हें काम कहां से दें अभी तो ऊपर से काम की स्वीकृति ही नहीं मिली है। गांव के मजदूरों को भारी बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है, कहीं कोई रोजगार नहीं है। मजदूरों को जिन तालाबों की खुदाई में काम मिल सकता था, उन्हें सरकार जेसीबी मशीनों से ठेके पर खुदवा रही है और नहरी काम भी ठेके पर दे दिया गया है। उन्होंने खट्टर सरकार से सवाल किया कि यदि तालाब खुदाई और नहरों का काम ठेके पर दे दिया है तो मनरेगा मजदूरों को सौ दिन काम कहां से मिलेगा? आज यूनियन ने मजदूरों को काम देने, बेरोजगारी भत्ता और अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है और सरकार से तालाब खुदाई सहित पंचायत के सभी निर्माणकार्य और नहरों का काम मनरेगा मजदूरों से करवाया जाए।

सुनहरा सिंह ने कहा कि मनरेगा कानून के अनुसार यदि मजदूर को काम की मांग की तिथि से लेकर 15 दिन के अंदर काम नहीं दिया जाता है तो वह बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने का हकदार है परंतु जिला कैथल में मनरेगा अधिकारी और गांव के सरपंच मजदूरों के इस अधिकार का हनन कर रहे हैं। मजदूर पिछले 2 महीने से काम की मांग कर रहे हैं परंतु उन्हें ना काम दिया गया और ना ही बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है।

का० फकीर चंद ने कहा कि कई मजदूरों ने जॉब कार्ड बनवाने के लिए कई – कई महीने पहले दस्तावेज जमा करवाए हुए हैं लेकिन उनके मनरेगा जॉब कार्ड नहीं बनाए जा रहे हैं। काम करने के बाद महीनों तक भी मजदूरी भुगतान नहीं किया जाता है और ना देरी से मजदूरी भुगतान करने पर मनरेगा कानूनानुसार मुआवजा दिया जाता है।

ब्लॉक गुहला की प्रधान कर्मजीत कौर ने कहा कि (1) गांव अगोंद, माजरी, डेरा बाजीगर, डंडोता, बदसुई, सादरेड़ी, मैंगड़ा, भुंसला व भागल के मजदूर मौजूदा वित्तीय वर्ष में 2 महीने से काम की मांग कर रहे हैं परंतु उन्हें काम नहीं दिया जा रहा है। गांव भुंसला और अगोंद के मजदूरों ने गत वर्ष काम की मांग करने पर उन्हें काम की मांग की तिथि से 15 दिन के अंदर काम नहीं दिए जाने पर खंड कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा एवं बीडीपीओ गुहला के पास 18 जनवरी 2023 को मनरेगा बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने हेतु आवेदन किया था मगर मजदूरों को आज तक बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि मजदूरों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए । उन्होंने गांव कलर माजरा के मजदूरों द्वारा भ्रष्ट मेट करमचंद के खिलाफ शिकायत कार्रवाई की जाए। गांव पपराला के मजदूरों ने मनरेगा जॉब कार्ड बनवाने के लिए वर्ष 2019 में अपने दस्तावेज जमा करवाए थे लेकिन आज तक उनके जॉब कार्ड नहीं बनाए गए हैं। बीडीपीओ कार्यालय में जाते हैं तो वे हर बार यह आश्वासन दे देते हैं कि आपके जॉब कार्ड बना दिए जाएंगे।

ब्लॉक ढांड की प्रधान मुकेश देवी ने मनरेगा अधिकारियों के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कहा कि गांव ढांड, पबनावा, बेगपुर, खेड़ी रायवाली, चंदलाना, कौल, चुहड़माजरा और फरल के मजदूरों ने गत वर्ष जून मास में 30 दिन के काम की मांग की थी मगर उन्हें दिसंबर मास में मात्र 7 दिन काम दिया गया मौजूदा वित्तीय वर्ष में भी मजदूर बार-बार बीडीपीओ और एबीपीओ से मिलकर काम की मांग की है लेकिन अब भी मजदूरों को काम नहीं दिया गया और ना ही बेरोजगारी भत्ता दिया गया।

ब्लॉक सीवन की प्रधान प्रवेश देवी ने कहा कि गांव लदाना चक्कू के मजदूर काम की डिमांड के लिए आवेदन लेकर जब गांव के सरपंच के पास गए थे मगर सरपंच ने मजदूरों का काम के लिए आवेदन पत्र लेने से इनकार कर दिया। गाँव पहाड़पुर के मजदूरों ने 23 मार्च 2023 से 28 मार्च 2023 तक ड्रेन सफाई का काम किया था और दैनिक मजदूरी मात्र 184 रुपये दी गई जबकि मजदूरों ने जेई के निर्देशानुसार पूरा काम किया था। इसकी शिकायत बीडीपीओ व एबीपीओ सीवन को भी की गई। उन्होंने जांच करके समाधान करने का आश्वासन दिया था मगर आज तक समाधान‌ नहीं हुआ है। गांव उरलाना के 96 मजदूरों ने 10 जनवरी 2023 से 17 जनवरी 2023 के दौरान पहाड़पुर माइनर पर 7 दिन काम किया परंतु आज तक इन मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया। गाँव नागल के 36 मजदूरों ने मार्च माह 2023 में 7 दिन सीवन ड्रेन पर काम किया था परंतु आज तक इन मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया। गांव पहाड़पुर और लदाना चक्कू के 113 मजदूरों ने दिनांक 17 फरवरी  2023 से 04 फरवरी 2023 तक लदाना चक्कू में ग्राउंड आदि की सफाई का काम किया था परंतु उनकी मजदूरी का भुगतान आज तक नहीं किया गया।

गांव खरका कवारतन सैर व फिरोजपुर के 100 से अधिक मजदूरों से दिनांक 25 अगस्त 2022 से 04 सितम्बर 2022 तक गांव खरकां में तालाब, गाँव की गलियों व सड़कों की सफाई का काम सुबह 9 बजे से पांच बजे तक करवाया गया था परंतु उन्हें मजदूरी मात्र ₹25 प्रतिदिन के हिसाब से दी गई। यह मामला बीडीपीओ कार्यालय सीवन के नोटिस में दिया गया था परंतु कोई समाधान नहीं हुआ है।

बहुत से मजदूरों ने नए जॉब कार्ड बनवाने के लिए अपने दस्तावेज जमा करवाए हुए हैं परंतु उन्हें ऑनलाइन कर के जॉब कार्ड नहीं बनाये जा रहे हैं। गाँव सैर, नागल और उरलाना में मनरेगा मेट नियुक्त किए जाने के लिए संबंधित ग्राम पंचायत ने मनरेगा मेट नियुक्त करने हेतु प्रस्ताव पारित किये हुए हैं। उक्त मनरेगा मेट आवेदन कर्ताओं ने संबधित ग्राम पंचायत द्वारा पारित प्रस्ताव सहित सभी दस्तावेज बीडीपीओ कार्यालय सीवन में जमा करवाएं हुए हैं परंतु बीडीपीओ कार्यालय उनकी मेट की आईडी जारी नहीं कर रहा है। उन्होंने सरकार से पूछा कि बिना मेट के मजदूरों की हाजरी कौन लगाएगा?ब्लॉक पूंडरी से हाबड़ी में तालाब खुदाई का कार्य मनरेगा मजदूरों से करवाने की बजाय ठेके पर जेसीबी मशीन से करवाये जाने का कड़ा विरोध किया। और यह कार्य जेसीबी मशीन से करवाये जाने पर रोक लगाकर मनरेगा मजदूरों से करवाए जाने की मांग की। ब्लॉक कैथल के गांव दीवाल, सिरटा, बाबा लदाना, कठवाड़, धनौरी और बरटा के मजदूरों को काम दिए जाने की मांग की।

जारी कर्ता-सुनहरा सिंह जिला सचिव, मनरेगा मजदूर यूनियन-1943 जिला कैथल

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