झुंझुनूं : महिला पहलवानों को गिरफ्तार करने, आंदोलन को असंवैधानिक तरीके से दबाने के विरोध में सोमवार को जनवादी मोर्चा की ओर से कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। मोर्चा के संयोजक एडवोकेट बजरंग लाल ने बताया कि धरना स्थल पर उपस्थित लोगों ने किसान नेता चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि भी दी। वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ नए संसद भवन का उद्घाटन कर लोकतंत्र की दुहाई दी, तो दूसरी तरफ जंतर मंतर पर न्याय की मांग कर रही महिला पहलवानों का घसीटकर जबरदस्ती गिरफ्तार किया और आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया।
योग शोषण के आरोपी की जगह महिला खिलाड़ियों व उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान सहीराम बलौदा, रामस्वरूप गजराज, सहदेव कस्वा, फूलचंद बुडानिया, अशोक मांजू, लीलाधर डिगरवाल, कैप्टन मोहनलाल, रामलाल डुडी, जगमाल सिंह, एडवोकेट रणजीत सिंह, धर्मपाल बंशीवाल, युनूस अली भाटी, घासीराम सोऊ, धर्मपाल डारा, बूटीराम मोटसरा, सुभाषचंद्र, बीरबल स्वामी, ओंकारमल कुलहरी, बनवारीलाल जाट, राजेंद्र बेनीवाल, एडवोकेट नरोत्तम शर्मा, महेंद्र बाबल, महावीर सिंह, कुलदीप बुगालिया, ओमप्रकाश तेतरवाल, रोहिताश, लीलाधर पारिडिया, कैप्टन जयसिंह, उदय नायक आदि मौजूद थे।
नवलगढ़ | दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला पहलवानों को गिरफ्तार करने के विरोध में कई राजनीतिक दलों की ओर से सोमवार को तहसील कार्यालय के सामने पीएम को पुतला जलाकर विरोध जताया। विरोध प्रदर्शन करने वाले नेताओं ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र पर कालिख है। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया गया। इस दौरान पोक्सो एक्ट के तहत आरोपी सांसद बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग की गई तथा राष्ट्रपति मोदी सरकार को भंग करने की मांग की गई। बसपा नेता गुलामनबी आजाद, कुरड़ाराम जाखड़, मूलचंद खरींटा, शिवचंद्र, श्रीचंद कोलसिया, नौरंगराम दूत, विजेंद्रसिंह झाझड़िया, हरलाल, मदनसिंह यादव, विजेंद्र कुलहरी, धन्नाराम सैनी, सुभाष बुगालिया, जुबेर खोखर, बजरंगलाल एडवोकेट, अशोक मिठारवाल, दीपक रणवा, मतीश रणवा, हरिसिंह, संजय दूत, कमल कालेर आदि मौजूद थे।