झुंझुनूं-पिलानी : बिट्स पिलानी के विद्यार्थियों ने एक फिर से कमाल कर दिया है। यहां के छात्रों ने मंगल पर उतारने के लिए तीन पहिए का एक विशेष रोवर बनाया है। कार्बन फाइबर से बना यह रोवर वजन में काफी हल्का है और 500 किलो वजन सहन करने की क्षमता है। रोवर पैडल से चलेगा तथा इसमें दो यात्री एक-दूसरे की विपरीत दिशा में बैठकर चला सकेंगे।
नासा में प्रेजेंटेशन के दौरान बिट्स की टीम ’’इंस्पायर्ड कार्टर्स ग्रेविटी’’ ने चलाकर इसे दिखाया। इसमें एक छोटी बैटरी भी लगाई गई है। बैटरी ने इसके संचालन और आसान बना दिया है।
बिट्स निदेशक सुधीर कुमार बरई ने बताया कि अमेरिका के अलबामा के हन्ट्सविले में नासा मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर में नासा ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज 2023 नाम से कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें 8 देशों की 61 टीमों ने भाग लिया था।
बिट्स पिलानी की टीम ‘इंस्पायर्ड कार्टर्स ग्रेविटी’ ने प्रोजेक्ट रिव्यू अवार्ड के लिए पूरे एशिया में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि बिट्स की टीम ने प्रोजेक्ट में लगातार दूसरे वर्ष एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया।
बिट्स पिलानी के प्रोफेसर गजेन्द्र सिंह चौहान व मनोज सोनी ने बताया कि इस रोवर को खास तरीके से डिजाइन किया गया है।
यह मंगल ग्रह की विपरीत स्थितियों में भी बेहतर तरीके से काम कर सकेगा। यह हर मौसम व हर तापमान के अनुकूल है। इसका वजन मात्र 65 किलो है, जो 500 किलों वजन सहन करने की क्षमता रखता है।
इन विद्यार्थियों ने बनाया रोवर
कनवा कश्यप बेंगलूरु, साइना गोधा इंदौर, अर्थव श्रीवास्तव नोएड़ा, अर्नब सिंह नई दिल्ली, रोहित विशाखापट्नम, समकित जैन मुरादाबाद, अर्थवा रामदास बेंगलूरु ने बनाया है।