झुंझुनूं-सिंघाना : सिंघाना के राजकीय अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में डॉक्टर लगाने को लेकर पिछले काफी समय से मांग की जा रही है, लेकिन स्थायी डॉक्टर नहीं होने से मरीजों को उपचार के लिए घंटों लाईन मे खड़ा रहकर इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पताल में उपचार के लिए आए ग्रामीणों ने बताया कि सुबह इलाज के लिए अस्पताल में आए थे, लेकिन अभी तक उनका डॉक्टर को दिखाने के लिए नंबर तक नहीं आया है। डॉक्टर को दिखाने के लिए अस्पताल परिसर में मरीज की जमकर भीड़ लगी हुई है, लेकिन प्रशासन आमजन की समस्याओं के समाधान करने की बजाय उनकी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शिकायतों के बाद भी नहीं हो रहा समाधान
आकाश सैनी, इंद्राज आकाशदीप ने कहा कि अस्पताल मे डॉक्टर के स्वीकृत पद भरने की मांग को लेकर ग्रामीणों की ओर से पूर्व में चिकित्सा विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार अवगत भी करवाया जा चुका है। चिकित्सा विभाग की ओर से आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाने से मरीजों को उपचार के लिए दूसरे स्थानों पर जाना पड़ रहा है। सिंघाना का राजकीय अस्पताल क्षेत्र का एकमात्र बड़ा अस्पताल है।
दो डॉक्टर के पद खाली
ग्रामीणों ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर के पांच पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में तीन डॉक्टर लगे हुए है। इनमें एक महिला डॉक्टर लम्बी छुट्टी पर गई हुई है। अस्पताल में वर्तमान में दो ही डॉक्टर ड्यूटी पर कार्य करते हैं। मौसमी बीमारियों की बढ़ोतरी होने से अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर की कमी के चलते आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं का पूर्ण रूप से लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही चिकित्सा विभाग की ओर से सिंघाना के राजकीय अस्पताल में डॉक्टर नहीं लगाए गए तो ग्रामीणों की ओर से बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
उच्च अधिकारियों को करवा दिया अवगत
चिकित्सा प्रभारी डॉ. धर्मेंद्र सैनी ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक लगाने को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। डॉक्टर लगाने की प्रक्रिया विभाग की ओर से की जाती है। मौसमी बीमारियों व मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जल्द ही डॉक्टर की नियुक्ति करनी चाहिए।