झुंझुनूं : महंगाई राहत शिविर उपभोक्ताओं को राहत देने की बजाय आहत कर रहे हैं। जिस नाम से बिजली बिल है वह नाम जन आधार में नहीं होने से उनका रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है। इसके साथ ही एक जन आधार कार्ड से एक ही बिजली कनेक्शन को लिंक कर रहे हैं।
यानी किसी उपभोक्ता ने बिजली के दो कनेक्शन ले रखे हैं, लेकिन उसका जन आधार कार्ड एक ही है तो उसे एक ही कनेक्शन पर हर माह 100 यूनिट फ्री बिजली का फायदा मिल सकेगा। ऐसे उपभोक्ताओं को शिविरों से निराश लौटना पड़ रहा है। ऐसा ही एक वाकया मंगलवार को नवलगढ़ क्षेत्र के एक शिविर में देखने को मिला। शिविर में तैनात कर्मचारियों का कहना है कि संबंधित योजना के दस्तावेज में जो नाम है वही नाम जन आधार कार्ड में भी होना चाहिए।
वहीं, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऐसा नहीं होना चाहिए। शिविरों में जन आधार नंबर और बिल का के नंबर लिंक कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसमें बिल किस नाम से है और वह नाम जन आधार कार्ड में है या नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री निशुल्क बिजली योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 100 यूनिट निशुल्क बिजली का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी किया गया है। रजिस्ट्रेशन के बाद ही फ्री बिजली मिल सकेगी। रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर 50 यूनिट फ्री बिजली का ही लाभ मिलेगा। नवलगढ़ के पार्षद अदनान खत्री ने बताया कि यह समस्या काफी लोगों के सामने आ रही है।
एक जन आधार से लिंक हो रहा है केवल एक ” के नंबर’
शिविरों में एक जन आधार कार्ड से एक ही के नंबर या यूं कहें कि एक ही बिजली बिल लिंक हो रहा है। यह भी बिजली उपभोक्ताओं के सामने परेशानी का सबब बन गया है। क्योंकि कई उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिनके नाम से एक से ज्यादा बिजली कनेक्शन हैं। किसी जन आधार के साथ एक बिल लिंक होकर रजिस्ट्रेशन होने के बाद दूसरा बिल उसी जन आधार के साथ लिंक नहीं हो रहा है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि उपभोक्ता को अपने नाम के सभी बिजली बिलों में मुख्यमंत्री निशुल्क बिजली योजना की छूट कैसे मिल पाएगी।
जैसे प्रॉब्लम्स सामने आएंगी दुरुस्त किया जाएगा
रजिस्ट्रेशन के लिए केवल जन आधार नंबर और बिल का के नंबर होना जरूरी है। एक नाम से दो-तीन कनेक्शन हों तो फिलहाल एक बिल ही जन आधान नंबर के साथ लिंक हो रहा है। जैसे-जैसे प्रॉब्लम्स सामने आएंगी उन्हें दुरुस्त किया जाएगा। -घनश्याम गोयल, संयुक्त निदेशक, डीओआईटीसी, झुंझुनूं